Gujarat Election 2022: ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का गुजरात चुनाव में दिखेगा असर ? जानें कांग्रेस ने क्या कहा
Gujarat Election 2022: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश से जब सवाल किया गया कि राहुल गांधी की यात्रा भाजपा शासित गुजरात से क्यों नहीं गुजरेगी, जहां दिसंबर में विधानसभा चुनाव होना है. जानें क्या मिला जवाब
Gujarat Election 2022: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार सुबह केरल के त्रिशूर से अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ फिर से शुरू की है जिसे लोगों को समर्थन मिल रहा है. यात्रा में उनके साथ शामिल सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने रसोई गैस की कीमत में वृद्धि के खिलाफ गैस सिलेंडर के आकार के कटआउट और बैनर के साथ प्रदर्शन किया. इस यात्रा के बीच लोग इसे गुजरात चुनाव से जोड़कर देखने लगे हैं हालांकि कांग्रेस की ओर से इस बाबत बयान जारी किया गया है.
गुजरात से नहीं गुजरेगी ‘भारत जोड़ो यात्रा’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश से जब सवाल किया गया कि राहुल गांधी की यात्रा भाजपा शासित गुजरात से क्यों नहीं गुजरेगी, जहां दिसंबर में विधानसभा चुनाव होना है. इसपर रमेश ने कहा कि अभियान चुनाव केंद्रित नहीं है. कांग्रेस नेता ने कहा कि यात्रा कार्यक्रम में गुजरात को शामिल करना भी संभव नहीं था क्योंकि यात्रा को राज्य तक पहुंचने में 90 दिन लगते और तब तक चुनाव खत्म हो चुका होगा. उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा का चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है, कम से कम गुजरात और अन्य राज्यों में विधानसभा चुनाव से नहीं. हालांकि, यह निश्चित रूप से 2024 के लोकसभा चुनाव को प्रभावित करेगी.
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150 दिनों तक चलने वाली है ‘भारत जोड़ो यात्रा’
यहां चर्चा कर दें कि 150 दिनों तक चलने वाली ‘भारत जोड़ो यात्रा’ रविवार को सुबह के सत्र में 11 किलोमीटर की दूरी तय करेगी और पूर्वाह्न करीब 11 बजे वडक्कांचेरी में रुकेगी. इस यात्रा में के मुरलीधरन, के सी वेणुगोपाल, रमेश चेन्नीथला और वी डी सतीशन सहित कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के साथ पैदल चल रहे हैं. रविवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गैस सिलेंडर के आकार के कटआउट लेकर यात्रा शुरू की. उन्होंने बैनर भी थाम रखे थे, जिस पर देश में रसोई गैस की कीमतें दर्शायी गई थीं.
रसोई गैस की कीमत में भारी वृद्धि
उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने भारत में ईंधन और रसोई गैस की कीमतों में भारी वृद्धि को लेकर शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला किया था. उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए हिंसा और नफरत फैला रहे हैं. त्रिशूर में भीड़ को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा था कि जब संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की सरकार थी, तब गैस सिलेंडर की कीमत 400 रुपये थी. उस समय प्रधानमंत्री गैस सिलेंडर की कीमत 400 रुपये होने की शिकायत करते थे, लेकिन आज गैस सिलेंडर एक हजार रुपये का होने पर वह एक शब्द भी नहीं बोलते.
भाषा इनपुट के साथ