पीएम मोदी गुजरात दौरे पर हैं. उनके दौरे का आज दूसरा दिन है. पीएम मोदी ने आज गांधीनगर के राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में शिरकत की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय (आरआरयू) की इमारत का उद्घाटन किया. समारोह में पीएम मोदी के साथ गृह मंत्री अमित शाह, राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौजूद शामिल थे.
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि, देशभर में रक्षा के क्षेत्र में जो युवा अपना करियर बनाना चाहते हैं उनके लिए ही इस यूनिवर्सिटी का निर्माण किया गया है. पीएम मोदी ने कहा कि, इस क्षेत्र में वेल ट्रेंड मेन पावर समय की मांग है.
ये यूनिवर्सिटी देशभर में रक्षा के क्षेत्र में जो अपना करियर बनाना चाहते हैं उनके लिए इस यूनिवर्सिटी का जन्म हुआ है। इस क्षेत्र में वेल ट्रेंड मेन पावर समय की मांग है: गांधीनगर के राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी https://t.co/SZXibK0zsU pic.twitter.com/UeJDDFW75a
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 12, 2022
पीएम मोदी ने कहा कि देश में आजादी के बाद कानून व्यवस्था के क्षेत्र में जितना काम होना चाहिए था उतना नहीं हुआ. पीएम मोदी ने कहा कि उसमें हम पीछे रह गए.उन्होंने कहा पुलिस को लेकर आज भी साधारण लोगों के मन में गलत धारना बनी हुई है. साधारण लोग पुलिस से दूर रहना चाहते हैं. पीएम ने कहाकि, जबकि, सेना के लोग आ जाएं तो कोई परेशानी नहीं होती.
दुर्भाग्य से आजादी के बाद हमारे देश में कानून व्यवस्था के लिए जो काम होना चाहिए था, उसमें हम पीछे रह गए। आज भी पुलिस के संदर्भ में जो अवधारणा बनी है, वो ये है कि इनसे दूर रहो। वहीं सेना के लिए अवधारणा है कि सेना के लोग आ जाएं तो कोई परेशानी नहीं होती: प्रधानमंत्री pic.twitter.com/I6DUecRVM9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 12, 2022
कार्यक्रम में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, आज जैसे रक्षा क्षेत्र में हमारी बेटियां बड़ी तादाद में हैं, सेना में बड़ी संख्या में हमारी बेटियां आगे बढ़ रही हैं और एससीसी में भी बड़ी संख्या में आज बेटियां आ रही हैं. उसी प्रकार से सैनिक स्कूलों में भी अब बेटियों को प्रवेश देने का फैसला हमारी सरकार ने लिया है.
यूनिफॉर्म पर बोलते पीएम मोदी ने कहा कि आपने यूनिफॉर्म पहन ली तो ये समझने की भूल नहीं करनी चाहुए कि, दुनिया आपकी मुठ्ठी में है. उन्होंने कहा कि, यूनिफॉर्म की इज्जत तब बढ़ती है, जब उसके भीतर मानवता होती है. यूनिफॉर्म की इज्जत तब बढ़ती है, जब उसमें करुणा का भाव होता है.
Posted by: Pritish Sahay