हार्दिक पटेल पार्टी से हुए नाराज तो कांग्रेस को मिल गया नया ‘नरेश’, आज होगी सोनिया गांधी से मुलाकात
गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेताओं के साथ चल रही खटपट की वजह से पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल इस समय राज्य नेतृत्व से नाराज चल रहे हैं. उनका कहना है कि राज्य नेतृत्व न तो खुद काम करता है और न ही किसी को करने देता है.
नई दिल्ली : पाटीदार आंदोलन से उपजे नेता और गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जीपीसीसी) के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल राज्य नेतृत्व के रवैये की वजह से नाराज चल रहे हैं. अभी हाल के दिनों में उन्होंने खुद को हिंदू बताते हुए रामभक्त भी बताया तो अटकलें इस बात की तेज हो गईं कि अब वे कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं. हालांकि, बाद में उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया कि वे कांग्रेस आलाकमान से नहीं, बल्कि राज्य के नेतृत्व से नाराज हैं. अब जबकि हार्दिक पटेल पार्टी के राज्य नेतृत्व से नाराज चल रहे हैं, तो कांग्रेस को एक नया पाटीदार नेता मिल गया है. इनका नाम नरेश पटेल बताया जा रहा है और ये संभवत: कांग्रेस में शामिल हो सकते हें. इस सिलसिले में आज शनिवार को वे कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर सकते हैं.
पाटीदार समुदाय में है खास वर्चस्व
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, गुजरात में पाटीदार समुदाय के नेता नरेश पटेल लेउवा पटेल समाज के खोडलधाम के अध्यक्ष हैं. वे इस समय भले ही सक्रिय राजनीति में नहीं हैं, लेकिन गुजरात के पाटीदार समुदाय में पिछले एक दशक से उनकी खास पहचान है. बताया जा रहा है कि खोडलधाम में भव्य मंदिर के निर्माण में उनकी भूमिका अहम रही है और पाटीदार समुदाय के लोगों पर उनका खास वर्चस्व भी है. उनकी गुजरात की राजनीति में हमेशा निर्णायक भूमिका रही है.
गुजरात में सभी दलों के निर्विवाद पसंदीदा नेता हैं नरेश पटेल
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, गुजरात के कच्छ, राजकोट, जामनगर, अमरेली, भावनगर, जूनागढ़, पोरबंदर और सुरेंद्र नगर जिलों में लेउवा पटेल समुदाय के लोगों की संख्या अच्छी है. लेउवा समाज में खासा वर्चस्व होने की वजह से गुजरात के प्राय: सभी सियासी दलों की नजर नरेश पटेल पर टिकी हुई है.
इसका कारण यह है कि गुजरात के चुनावी समीकरण को बनाने और बिगाड़ने में पटेलों और पाटीदार समुदाय के लोगों की भूमिका हमेशा निर्णायक ही रही है. ऐसे में, नरेश पटेल सभी दलों के पसंदीदा नेता माने जाते हैं. बताया यह जा रहा है कि गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले नरेश पटेल जिस दल के साथ जाएंगे, पटेल और पाटीदार समाज उसी के समर्थन में खड़ा हो जाएगा.
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प्रदेश नेतृत्व से नाराज हैं हार्दिक पटेल
बता दें कि गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेताओं के साथ चल रही खटपट की वजह से पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल इस समय राज्य नेतृत्व से नाराज चल रहे हैं. उनका कहना है कि राज्य नेतृत्व न तो खुद काम करता है और न ही किसी को करने देता है. उनके इस आरोप के बाद गुजरात कांग्रेस वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें पार्टी की अंदरुनी बातों को सार्वजनिक नहीं करने की चेतावनी भी दी. इसके बाद पार्टी के राज्य नेतृत्व की शिकायत लेकर हार्दिक पटेल ने दिल्ली में पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात भी की थी. इस मुलाकात के बाद उन्होंने खुद को हिंदू और रामभक्त बताकर सियासत को गरमा दिया.