गुजरात विधानसभा में निर्विरोध स्पीकर चुने गए शंकर चौधरी, जेठाभाई भारवाड डिप्टी स्पीकर
बनासकांठा जिले की थराड सीट से भाजपा विधायक शंकर चौधरी 2014 और 2017 के बीच आनंदीबेन पटेल और विजय रूपाणी के नेतृत्व वाली गुजरात सरकारों में मंत्री रह चुके हैं. हालांकि, 2017 में वाव सीट पर उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. वहीं, जेठाभाई भारवाड पंचमहल जिले की शेहरा विधानसभा सीट से छह बार के विधायक हैं.
गांधीनगर : गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा को प्रचंड जीत मिलने और भूपेंद्र पटेल को दोबारा मुख्यमंत्री बनने के बाद मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का भी चुनाव कर लिया गया है. मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक शंकर चौधरी मंगलवार को निर्विरोध गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष चुने गए. इसके साथ ही, गांधीनगर में 15वीं राज्य विधानसभा के पहले सत्र के दौरान भाजपा के वरिष्ठ विधायक जेठाभाई भारवाड को निर्विरोध उपाध्यक्ष चुना गया.
मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, विपक्षी दल कांग्रेस के साथ ही आम आदमी पार्टी (आप) ने भी सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक शंकर चौधरी को विधानसभा अध्यक्ष और जेठाभाई भारवाड को उपाध्यक्ष के तौर पर समर्थन किया. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अध्यक्ष के तौर पर शंकर चौधरी, जबकि राज्य के वित्त मंत्री कन्नू भाई देसाई ने जेठाभाई भारवाड का नाम उपाध्यक्ष के तौर पर सुझाया था.
2014 में मंत्री रह चुके हैं शंकर चौधरी
बनासकांठा जिले की थराड सीट से भाजपा विधायक शंकर चौधरी 2014 और 2017 के बीच आनंदीबेन पटेल और विजय रूपाणी के नेतृत्व वाली गुजरात सरकारों में मंत्री रह चुके हैं. हालांकि, 2017 में वाव सीट पर उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. वहीं, जेठाभाई भारवाड पंचमहल जिले की शेहरा विधानसभा सीट से छह बार के विधायक हैं. वह 2021 से 2022 के बीच 14वीं विधानसभा में एक साल के लिए उपाध्यक्ष रह चुके हैं. जेठाभाई भारवाड पंचमहल डेयरी और शंकर चौधरी बनास डेयरी के अध्यक्ष हैं.
Also Read: Morbi Bridge Collapse: गुजरात सरकार मोरबी हादसे में मृतकों के परिजनों को देगी और 10-10 लाख रुपये
भूपेंद्र पटेल ने 12 दिसंबर को ली थी सीएम पद की शपथ
इससे पहले, निर्वाचित विधायकों ने सोमवार को विधानसभा की सदस्यता की शपथ ली थी. हाल ही में, संपन्न गुजरात विधानसभा चुनाव में 182 सीट में भाजपा ने 156 सीट पर जीत हासिल की. वहीं, विपक्षी दल कांग्रेस 17 सीट के साथ दूसरे स्थान पर रही. चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) ने पांच सीट पर जीत हासिल की. तीन सीट पर निर्दलीय जीते थे, जबकि एक सीट समाजवादी पार्टी के खाते में गई. भूपेंद्र पटेल ने 12 दिसंबर को राज्य के 18वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. भूपेंद्र पटेल के साथ 16 मंत्रियों ने भी शपथ ली थी.