Haryana Assembly Election 2024 : हरियाणा विधानसभा चुनाव का ऐलान हो चुका है. पार्टियां अब और पूरे ताकत से चुनावी प्रचार में जुटने लगीं हैं. बीजेपी ने कुछ महीने पहले ही हरियाणा में बड़े बदलाव किए थे जिसे बाद सरकारी योजनाओं को और धार दी जा रही थी. बीजेपी ने जहां मुख्यमंत्री पद पर बदलाव किया वहीं, गठबंधन सहयोगी जननायक जनता पार्टी (जजपा) से भी नाता तोड़ लिया. हालांकि इन सबके बाद सवाल उठता है कि क्या प्रदेश में पार्टी को लगातार तीसरी बार सरकार बनाने में कामयाब रहेगी. तो आइए जानते हैं चुनाव की घोषणा के बाद बीजेपी की राजनीतिक कमजोरियों और चुनौतियों के बारे में…
बीजेपी की हरियाणा में ताकत क्या है?
हरियाणा में 10 साल से सत्ता पर काबिज बीजेपी के पास बूथ स्तर तक मजबूत संगठनात्मक ढांचा तैयार है जिसकी बदौलत वह सत्ता में वापसी करने का प्रयास कर रही है. पार्टी ने इन चुनावों की तैयारी काफी पहले से शुरू कर दी थी और जनता का वोट अपने पाले में करने की पूरी कोशिश कर रही है.
बीजेपी की हरियाणा में कमजोरी क्या है?
दो बार से सरकार चला रही बीजेपी को सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ सकता है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि लोकसभा चुनाव में जनता ने कांग्रेस को पांच सीट दी है. प्रदेश की दस सीट में से बीजेपी को केवल पांच सीट ही मिली. हरियाणा में 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने सभी 10 सीटों पर जीत हासिल की थी.
बीजेपी के लिए अवसर क्या हैं ?
बीजेपी मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और उनके पूर्ववर्ती मनोहर लाल खट्टर (जो अब केंद्रीय मंत्री हैं) की “स्वच्छ छवि” का लाभ उठा सकती है. यही नहीं, पार्टी साथ ही अपनी सरकार द्वारा दिए गए पारदर्शी प्रशासन को भी जनता के बीच लेकर जा सकती है.
हरियाणा में कब डाले जाएंगे वोट?
चुनाव आयोग द्वारा 16 अगस्त को हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा की जा चुकी है. आयोग ने कहा कि हरियाणा में विधानसभा चुनाव 1 अक्टूबर को एक ही चरण में होंगे जबकि नतीजे चार अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे.
Read Also : जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव, एक अक्टूबर को हरियाणा में वोटिंग, 4 अक्टूबर को रिजल्ट