रोहतक (हरियाणा) : जिस युवक का बाप उसके दादा के कत्ल के ढाई माह पैदा हुआ था, उसने 52 साल पहले हुई हत्या का बदला लेने के लिए अपने हाथ पड़ोसी बुजुर्ग के खून से रंग लिये. पुलिस ने आरोपी 28 साल के युवक को पांच घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने शुक्रवार को आरोपी को अदालत में पेश किया.
गांव मकड़ौली निवासी वीरेंद्र की पत्नी मीना द्वारा दर्ज करायी गयी प्राथमिकी के मुताबिक गुरुवार सुबह 10 बजे वह खाना बना रही थी. तभी पड़ोस का संदीप उर्फ गोला उसके घर आया. उसने वीरेंद्र के बारे में पूछा. यह बताने पर कि वीरेंद्र काम से बाहर गया है, संदीप लौट गया.
कुछ ही देर बाद संदीप हाथ में तलवार लिए फिर से वहां आ पहुंचा और आंगन में खाना खा रहे उसके (मीना के) ससुर 76 वर्षीय पूर्व सैनिक नवल सिंह के पेट में तलवार घोंप दी. मीना बचाने दौड़ी तो उसपर भी हमला करने का प्रयास किया. छीना-झपटी में तलवार वहीं गिर जाने के बाद वह भाग गया. फिर खून से लथपथ नवल सिंह को इलाज के लिए पीजीआई लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
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पुलिस के अनुसार 52 साल पहले आरोपी संदीप के दादा श्रीलाल की हत्या किसी विवाद के चलते मृतक नवल सिंह व उसके परिवार के सदस्यों ने की थी. इस मामले में सभी जेल भी गये थे. बाद में गांव की पंचायत में फैसला होने के बाद आरोपी कोर्ट से बरी हो गये थे. कुछ समय बाद दोनों परिवारों के बीच आना-जाना भी शुरू हो गया था.
डीएसपी सदर सज्जन कुमार ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी संदीप ने बताया कि गांव में अक्सर उसके दादा श्रीलाल की हत्या होने की चर्चा होती थी. हालांकि दोनों परिवारों के अब संबंध अच्छे थे. मगर अक्सर होने वाली चर्चा से उसने बदला लेने का फैसला किया था. उसने घर में रखी तलवार पर उसने कई दिनों से ही धार लगाना शुरू कर दिया था. पुलिस ने उसे जींद इलाके से पकड़ा जब वह दिल्ली भागने की फिराक में था.
Posted By: Amlesh Nandan.