Jamshedpur election bus crisis : लोकसभा चुनाव में बसों का संकट, अभी स्थिति थोड़ी ठीक, आज से स्थिति और खराब होने की उम्मीद
जमशेदपुर में बसों को लेकर संकट की स्थिति उत्पन्न होने जा रही है.
जमशेदपुर : लोकसभा चुनाव को लेकर बसों की चल रही धड़पकड़ के बीच यात्री बसों को लेकर यात्रियों को बड़ी राहत मिली है. इसकी वजह है कि कंपनियों और विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों की बसों को प्रशासन को बस चालकों और संस्थाओं ने हैंडओवर कर दिया है. बचे हुए बसों के लिए ही अब बसों को सौंपा जा रहा है. अभी तक करीब 400 बसों की जरूरत बतायी गयी थी. 23 मई से पोलिंग पार्टियों को रवाना करने के लिए जरूरत होगी. 22 मई को हैंडओवर किया जाना था, लेकिन अभी तक बसों की पर्याप्त संख्या प्रशासन के पास मौजूद है. अब उम्मीद है कि 23 मई से बसों की जरूरत पड़े. लिहाजा, अभी बसों के परिचालन में राहत है. बस एसोसिएशन के अध्यक्ष उदय शर्मा ने बताया कि उन्होंने अपना निजी 14 बसें प्रशासन को सौंपी है, जिमसें बीए इंजीनियरिंग कॉलेज और अरका जैन कॉलेज की बसें है. इसमें से 8 बसें जमशेदपुर और 6 बसें सरायकेला खरसावां जिले की सौंपी है. 400 बसों को सौंपा जाना है. हम लोगों ने यह आश्वासन प्रशासन को दिया है कि वे लोग बसों की कमी होने नहीं देंगे. लेकिन अभी तक जिला प्रशासन को पर्याप्त गाड़ियां मिली है. लेकिन जैसे ही गाड़ी का डिमांड आयेगा, वह बस मालिक देंगे. उन्होंने यह भी जानकारी दी है कि करीब 400 बसों में टाटा मोटर्स की सेंट्रल बस, टाटा स्टील की बसें समेत अन्य गाड़ियां भी मिल चुकी है. दूसरी ओर, बसों के नहीं मिलने की आशंकाओं के बीच यात्रियों की संख्या भी घट चुकी है. 25 मई तक चुनाव होना है. इस कारण लोगों को यह लग रहा है कि बसें बिलकुल नहीं मिलेगी. बस के कर्मचारी राम वचन ने बताया कि वे लोग बस को तैयार कर रखे है, लेकिन यात्रियों की संख्या ही काफी कम है.