जूरी स्क्रीनिंग के साथ रास्का फिल्म फेस्टिवल का आगाज, 8 को सिने अवार्ड समारोह
रास्का फिल्म फेस्टिवल का सोमवार को आगाज हो गया. सोनारी स्थित ट्राइबल कल्चरल सेंटर में पुरस्कार श्रेणी में चयनित फिल्मों का जूरी स्क्रीनिंग शुरू हो गया है. 8 जून को सिने अवार्ड समारोह सिदगोड़ा टाउन हॉल में होगा.
जमशेदपुर:रास्का (पंडित रघुनाथ एकेडेमी ऑफ संताली सिनेमा एंड आर्ट) फिल्म फेस्टिवल का सोमवार को आगाज हो गया. सोनारी स्थित ट्राइबल कल्चरल सेंटर में पुरस्कार श्रेणी में चयनित फिल्मों का जूरी स्क्रीनिंग शुरू हो गया है. रास्का के निदेशक सूर्यसिंह बेसरा, रवींद्रनाथ मुर्मू, शंकर हेंब्रम, रतन बेसरा, कुशल हांसदा, सागेन हांसदा व मानसिंह माझी ने पंडित रघुनाथ मुर्मू की प्रतिमा पर माल्यार्पण व लैपटॉप का बटन दबाकर विधिवत रूप से जूरी स्क्रीनिंग का शुभारंभ किया. सोमवार को तीन फिल्म- गलवान बीर (जमशेदपुर), लव लव लव(बारीपादा) व बिंदी गाक् (बारीपदा) का जूरी स्क्रीनिंग किया गया.मौके पर सूर्यसिंह बेसरा ने कहा कि रास्का फिल्म फेस्टिवल ओलगुरू पंडित रघुनाथ मुर्मू को समर्पित कार्यक्रम है. इस फेस्टिवल का मूल मकसद संताली भाषा-साहित्य, ओलचिकी लिपि व आदिवासी समाज की संस्कृति से लोगों को अवगत कराना है. रास्का अपने इस मकसद में काफी हद तक सफल हुआ है. समाज के लोग संताली भाषा व ओलचिकी लिपि की महत्व को समझ रहे हैं. समाज के युवा हिंदी-अंग्रेजी माध्यम में पढ़ने के बावजूद अपनी मातृभाषा में भी लिखना-पढ़ना सीख रहे हैं. श्री बेसरा ने कहा कि रास्का अपने फिल्म महोत्सव के सफर में 12 साल पूरा कर चुका है. आगे भी आदिवासी समाज को समृद्ध व विकसित बनाने के लिए बेहतर कार्य करता रहेगा.
हर साल 30 फिल्में व 350 से ज्यादा म्यूजिक एलबम हैं बनते
साहित्यकार व निर्माता-निर्देशक मानसिंह माझी बताते हैं कि संताली में हर साल 30 के करीब फूललेंथ की मूवी व 350 से ज्यादा म्यूजिक वीडियो बनाये जाते हैं. सोशल मीडिया व ओटीटी प्लेटफॉर्म से निर्माता-निर्देशकों को अच्छी खासी कमाई हो रही है. फिल्म निर्माण के क्षेत्र के युवा भी आगे बढ़कर आ रहे हैं. इस वजह से संताली व क्षेत्रीय फिल्मों का इंडस्ट्री तेजी से समृद्ध व विकसित हो रहा है. साथ ही कलाकारों को भी उनके मेहनत के एवज से अच्छा कमाई हो रहा है. उन्होंने कहा कि हिंदी व साउथ फिल्म इंडस्ट्री की तरह अभी भी विकसित नहीं हो पाया है. राज्य सरकार का इस ओर ध्यान नहीं है. राज्य सरकार की ओर से फिल्म इंडस्ट्री को डेवलप करने की दिशा में समुचित कदम नहीं उठाया जा रहा है. सरकार की ओर फिल्म इंडस्ट्री को ध्यान दिया जाता तो हिंदी और साउथ फिल्म इंडस्ट्री की तरह संताली व क्षेत्रीय फिल्म भी विकसित होता.
तीन सदस्यीय जूरी मेंबर फिल्मों को देख व परख रहे
रास्का फिल्म फेस्टिवल में 14 फिल्मों को इंट्री मिली है. चयनित फिल्मों को जूरी सदस्य बारीकी देख व परख रहे हैं. साहित्यकार व फिल्म निर्माता-मानसिंह माझी, फिल्म निर्माता-निर्देशक-सागेन हांसदा व फिल्म निर्माता-निर्देशक-रविराज मुर्मू जूरी सदस्य के रूप में महत्ती योगदान दे रहे हैं. जूरी स्क्रीनिंग 27 से 31 मई तक सोनारी स्थित टीसीसी में होगा.
सिने अवार्ड समारोह 8 जून को होगा
रास्का फिल्म फेस्टिवल का सिने अवार्ड समारोह 8 जून को होगा. सिदगोड़ा स्थित बिरसा मुंडा टाउन हॉल में सतरंगी कार्यक्रम के बीच बेस्ट फिल्म, बेस्ट अभिनेता व अभिनेत्री सरीखे पुरस्कार का वितरण किया जायेगा. इस सिने अवार्ड समारोह में झारखंड, बंगाल व ओडिशा के फिल्म निर्माता-निर्देशक व सिने अभिनेता व अभिनेत्री शिरकत करेंगे.
इन फिल्मों का होगा स्क्रीनिंग
27 मई- गलवान बीर (जमशेदपुर), लव लव लव(बारीपादा) व बिंदी गाक् (बारीपदा)
28 मई-होक रेयाक लढाई (दुमका), कारम दारे किरया (दुमका), जूरी (जामताड़ा)
29 मई-जितकार (दुमका), हायरे लॉक डाउन (जमशेदपुर), अलाकजाडी (बांकुड़ा)
30 मई-निरमाया (बारीपदा), जाहेर आयो वाक् ती रे सोना सिकड़ी (जमशेदपुर) व आदिम बायार (आसनसोल)
31 मई-फूरगाल (आसनसोल) व मोने साकोम (जमशेदपुर)