ये सारे काम पूरे होंगे :
- नया अस्पताल बनकर तैयार है, जो पूर्वोत्तर भारत का सबसे आधुनिक होगा
- सांप की आठ से अधिक प्रजातियां यहां रहेंगी
- तितलियों का अपना पार्क होगा
- पोस्टमार्टम हाउस का भी निर्माण किया जाना है
- शाकाहारी और मांसाहारी के लिए एक लाइन से तैयार हो रहे बाड़े
जमशेदपुर : टाटा स्टील जूलोजिकल पार्क (चिड़ियाघर) के री-डेवलपमेंट प्लान पर काम चल रहा है. सेंट्रल जू अथॉरिटी ऑफ इंडिया के मानक के रूप में यह बदलाव किया जा रहा है. इसके तहत विस्तारीकरण पर काम चल रहा है. इस कड़ी में यहां सबसे आकर्षक रेपटाइल हाउस (स्नेक पार्क) बनाया जा रहा है. इसमें पहली बार पूर्वोत्तर भारत में पाये जाने वाला एनाकोंडा सांप रखा जायेगा. इसके अलावा सात से आठ प्रजातियों के सांप जोड़े में रखने की योजना है. इसका काम शुरू कर दिया गया है. एनाकोंडा सांप का जोड़ा चेन्नई के क्रोकोडाइल संस्थान से लाया जायेगा. इसके अलावा यहां चार मगरमच्छ भी लाये जा रहे हैं. इन्हें मैंड्रिल के बदले लाया जा रहा है. मैंड्रिल के दो जोड़ी को यहां से चेन्नई को दिया जायेगा और उसके बदले वहां से मगरमच्छ और एनाकोंडा का जोड़ा लाया जायेगा. जामनगर से ही एक जोड़ा जेब्रा भी यहां आयेगा. फिलहाल सभी मांसाहारी और शाकाहारी जानवरों को एक-एक तरफ रखा जाना है, जबकि एक स्थान पर पक्षियों और पानी में रहने वाले जानवरों को रखा जा रहा है. बदलाव के तहत मछलियों का भी बड़ा सेंटर बनाया गया है. वर्तमान में घड़ियाल और मगरमच्छ के बाड़े बन चुके हैं, जबकि हाइना के बाड़े की शुरुआत की जा चुकी है.
जानवरों का बड़ा अस्पताल भी अत्याधुनिक होगा
यहां जानवरों का बड़ा अस्पताल भी बनाया जा रहा है. जहां सर्जरी, जांच व इलाज की सुविधा होगी. यह पूर्वोत्तर भारत का अत्याधुनिक अस्पताल होगा. शेर और बाघ के लिए अलग-अलग पिंजड़ा बनाया जा रहा है. तितलियों का अपना पार्क होगा. इस वित्तीय वर्ष के अंत तक इसको पूरा कर लिया जाना है.
नये लुक में दिखेगा चिड़ियाघर : डिप्टी डायरेक्टर
जू के उप निदेशक (डिप्टी डायरेक्टर) नइम अख्तर ने बताया कि गाइडलाइन का पालन करते हुए काम कराया जा रहा है. साल के अंत तक अधिकांश काम पूरा हो जायेगा. योजना पूरी होने के बाद जू को नया स्वरूप मिलेगा. इसमें दर्शकों के खाने-पीने के लिए कैफे का निर्माण किया जायेगा. नये जानवर लाये जायेंगे. इसके लिए जमीन का टेकओवर किया जा चुका है. नये बाड़े बनाये गये हैं.