Jharkhand Budget: मंगलवार को झारखंड राज्य के वित मंत्री रामेश्वर उरांव ने एक लाख 28 हजार 900 करोड़ का बजट पेश किया. इस बजट के अंदर बाल बजट को भी शामिल किया गया. हालांकि राज्य में पहले भी बाल बजट पेश हो चुका है. साल 2019 में झारखंड सरकार ने पहली बार ‘बाल बजट’ पेश किया था, जिसमें बच्चों के कल्याण के लिए विशेष व्यवस्था की गयी थी. राज्य सरकार ने 2019-20 में बच्चों के विकास पर 6182.44 करोड़ रुपये खर्च करने की बात कही थी. ऐसे में यहां सावल ये उठता है कि आखिर बाल बजट है क्या ये बच्चों को क्या लाभ प्रदान करता है. तो आइए विस्तार हम बाल बजट क्या है ऐर बच्चों को इससे होने वाले फायदों के बारे में जानते हैं.
Jharkhand Budget: क्या है बाल-बजट
बाल बजट बच्चों की जरूरतों और कल्याण के लिए सरकार द्वारा वित्तीय संसाधनों को आवंटित करने और व्यय की योजना बनाने की प्रक्रिया है. इसका उद्देश्य सरकारी व्यय के प्रभाव का मूल्यांकन करना भी है. इस बजट के तहत बच्चों के स्वास्थ, शिक्षा, पोषण, बाल संरक्षण और कल्याण व बाल विकास व सुरक्षा जैसी व्यवस्थाएं सुनिश्चित होती है. बीते कुछ सालों से सरकार बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण आदि पर विशेष ध्यान दे रही है. स्वास्थ्य, बाल कल्याण, स्कूली शिक्षा आदि से बच्चों के विकास के लिए अलग-अलग योजनाएं चलाई जाती हैं. इन योजनाओं को मिलाकर बाल बजट तैयार किया गया है.
Jharkhand Budget: क्या होगा फायदा
इस बजट के माध्यम से बच्चों के विकास से संबंधित सभी योजनाओं की सही मॉनिटरिंग हो सकेगी. बच्चों के विकास पर कितना काम हुआ, इसकी सही-सही जानकारी मिल सकेगी. इस बजट के माध्यम से ही बच्चों के विकास को सुनिश्चित करने कते लिए स्वास्थ्य देखभाल, टीकाकरण और शिक्षा जैसे कार्यक्रमों के लिए संसाधनों को आवंटित किया जाता है. यहग बजट बच्चों की भलाई को बूढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण दोता है.
Jharkhand Budget: पहली बार कब हुआ था बाल बजट पेश
बता दें कि ली बार वित्तीय वर्ष 2008-2009 को बाल बजट पेश हुआ था. वहीं बाल बजट पेश करने के मामले में मध्य प्रदेश राज्य पहले नंबर पर आता है और बिहार राज्य तीसरे स्थान पर.
झारखंड : सरकार के संरक्षण में हुआ विधानसभा नियुक्ति घोटाला, विधानसभा में बोले माले विधायक विनोद सिंह: Jharkhand Budget: झारखंड सरकार ने पेश किया बाल बजट, जानिए इस बजट में क्या होता है खास…