खूंटी-सिमडेगा में 110 उग्रवादी पर एक साल में 126 गिरफ्तार
रांची: खूंटी व सिमडेगा जिला की पुलिस ने पिछले एक साल (जुलाई 2016 से अब तक) में पीएलएफआइ के 126 उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है. इसमें खूंटी जिले के 92 और सिमडेगा जिले के 34 उग्रवादी शामिल हैं. 20 जून 2016 को खुफिया विभाग ने गृह विभाग को एक रिपोर्ट भेजी थी. रिपोर्ट में राज्य […]
रांची: खूंटी व सिमडेगा जिला की पुलिस ने पिछले एक साल (जुलाई 2016 से अब तक) में पीएलएफआइ के 126 उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है. इसमें खूंटी जिले के 92 और सिमडेगा जिले के 34 उग्रवादी शामिल हैं. 20 जून 2016 को खुफिया विभाग ने गृह विभाग को एक रिपोर्ट भेजी थी. रिपोर्ट में राज्य में सक्रिय नक्सली व उग्रवादी संगठनों की संख्या के बारे में जिलावार आंकड़ा दिया गया है. रिपोर्ट में यह कहा गया था कि राज्य के नौ जिलों में पीएलएफआइ के उग्रवादी सक्रिय हैं.
इन नौ जिलों में पीएलएफआइ के 360 उग्रवादी हैं. खूंटी जिला में पीएलएफआइ के करीब 50 और सिमडेगा जिला में 60 उग्रवादी हैं. खुफिया विभाग ने अपनी रिपोर्ट में राज्य भर में भाकपा माओवादी के 1468, टीपीसी के 290, जेजेएमपी के 145, एसजेएमएम के 40 और जेपीसी के 70 उग्रवादी होने की बात कही थी.
पुलिस कार्रवाई पर उठते रहे हैं सवाल : पीएलएफआइ के उग्रवादियों के खिलाफ हो रही पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठते रहे हैं. पिछले साल पुलिस ने जिन नौ कथित उग्रवादियों को सरेंडर कराया था, उनमें से आठ के खिलाफ न तो कोई प्राथमिकी दर्ज थी और न ही आठों के पीएलएफआइ उग्रवादी होने के संबंध में पुलिस के पास कोई रिकॉर्ड था. ग्रामीणों ने जिन्हें पीएलएफआइ का समर्थक माना था, पुलिस ने उन्हें उग्रवादी बता कर सरेंडर करा दिया था. यही कारण है कि सरेंडर के बाद किसी को भी पुलिस ने जेल नहीं भेजा था. कुछ माह पहले पुलिस द्वारा एक पीएलएफआइ उग्रवादी को मुठभेड़ में मारे जाने की घटना पर खूंटी के तत्कालीन एसडीओ भोर सिंह यादव ने सवाल उठाया था.