केस पंचदेव पांडेय, शंकर प्रसाद सिंह, डॉ आशिष कुमार चक्रवर्ती, रेणु वर्मा, गौतम घोष, रश्मि बोस व डॉ तुनश्री चक्रवर्ती की शिकायत पर 25 जून को दर्ज हुआ था. राम देवी ने बताया कि बिल्डर से फ्लैट लेनेवाले से मेरा प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से किसी प्रकार का कोई लेन-देन नहीं हुआ है.
मेरे या मेरे परिवार के सदस्य ने किसी के धक्का-मुक्की नहीं की है. मैंने बिल्डर मनोज पांडेय के अलावा पीके चक्रवर्ती, अभय दुबे, बिट्टू दुबे, सोनू, एसपी सिंह व पंचदेव पांडेय के खिलाफ दिनांक 22 जून को खेलगांव ओपी में केस दर्ज कराया था. बिना रजिस्ट्री के पोजीशन लेटर बिल्डर किसी को नहीं दे सकता है. पर बिल्डर बिना रजिस्ट्री के फ्लैट में लोगों को घुस रहा है. मेरे द्वारा केस दर्ज कराने के बाद मुझसे बदला लेने मेरे और मेरे परिवार पर झूठा आरोप लगा कर केस दर्ज कराया गया है. मेरी पुत्री सरिता पांडेय पर भी सविता वर्मा से पर्स सहित 10 हजार छीनने का गलत आरोप लगाया गया है.