झारखंड : हथियार साफ करने के दौरान गोली चलने से 18 दिन में चार जवान मरे

रांची: पिछले 18 दिन (14 जून से एक जुलाई तक) में राज्य पुलिस के चार जवानों की मौत उनके खुद की राइफल से गोली चलने के कारण हो गयी. फिर भी इसे रोकने के लिए पुलिस मुख्यालय या जिला मुख्यालय के स्तर से कोई कार्यवाही शुरू नहीं की गयी है. रांची जिले में छह दिन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 2, 2017 6:49 AM
रांची: पिछले 18 दिन (14 जून से एक जुलाई तक) में राज्य पुलिस के चार जवानों की मौत उनके खुद की राइफल से गोली चलने के कारण हो गयी. फिर भी इसे रोकने के लिए पुलिस मुख्यालय या जिला मुख्यालय के स्तर से कोई कार्यवाही शुरू नहीं की गयी है. रांची जिले में छह दिन के भीतर इस तरह से दो जवान की मौत हुई है. हथियार साफ करने का काम आर्मोरर पुलिस का होता है. हालांकि स्वचालित हथियारों के रख-रखाव व नियमित सफाई करने की ट्रेनिंग सामान्य जवान भी कर लेते हैं.
घटना का कारण तनाव तो नहीं :हर मामले में पुलिस के सीनियर अफसरों का यही बयान आता है कि हथियार साफ करने के दौरान गोली चल गयी और जवान की मौत हो गयी. हालांकि मामला तनाव से भी जुड़ा हो सकता है. कठिन ड्यूटी, बिना सही प्लानिंग के जवानों को कहीं भी तैनात कर देना, ड्यूटी के स्थान पर रहने या आराम की व्यवस्था न होने, परिवार को समय न दे पाने आदि वजहों से जवान तनाव में आते हैं.
हाल की घटनाएं
14 जून : बोकारो के सेक्टर-चार थाना में हथियार साफ करने के दौरान लातेहार निवासी जवान संजय कुमार एक्का को गोली लगने से मौत.
19 जून : गिरिडीह के तिसरी के लोकाय नयनपुर थाना में पदस्थापित जवान सावना हांसदा की मौत उनकी ही इंसास राइफल से गोली चलने से हो गयी. वह हथियार साफ कर रहा था.
25 जून : राहे ओपी में राइफल साफ करने के दौरान जवान सूरज को गोली लगने से मौत. बेगूसराय के रहनेवाले थे सूरज.
01 जुलाई : बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम स्थित कैंप में एके-47 की गोली लगने से चाईबासा निवासी जवान विजय सिंह पूर्ति की मौत. विजय सिंह पूर्ति भाजपा नेता व पूर्व आइएस जेबी तुबिद का बॉडीगार्ड था और कैंप में रहता था .
सरायकेला का एक सीआरपीएफ जवान भी मरा
19 जून : सरायकेला के दुगनी स्थित सीआरपीएफ 196 बटालियन के जनरल गार्ड एस गुरु प्रसाद की खुद की एके-47 से गोली चलने से मौत.

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