नक्सली बंदी: प्रभावित क्षेत्रों में दुकानें बंद, सड़कों पर सन्नाटा, तमाड़ में ट्रक व बस में लूट
रांची : नक्सली बंदी के कारण गुरुवार को नक्सल बहुल क्षेत्र में दहशत का माहौल रहा़ राज्य के अधिकतर जिलों में बंद का मिलाजुला असर देखा गया़ रांची के बुंडू में दुकानें व बाजार बंद रहे. वहीं पूरे राज्य में लंबी दूरी की बस नहीं चली़ लंबी दूरी की बसों के रांची से नहीं चलने […]
रांची : नक्सली बंदी के कारण गुरुवार को नक्सल बहुल क्षेत्र में दहशत का माहौल रहा़ राज्य के अधिकतर जिलों में बंद का मिलाजुला असर देखा गया़ रांची के बुंडू में दुकानें व बाजार बंद रहे. वहीं पूरे राज्य में लंबी दूरी की बस नहीं चली़ लंबी दूरी की बसों के रांची से नहीं चलने के कारण लगभग तीन करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है़ गौरतलब है भाकपा माओवादी ने शहीद सप्ताह तथा पुलिस व अर्ध सैनिक बलों द्वारा माओवादियों की हत्या के विरोध में दो अगस्त की मध्य रात्रि से माओवादी बंद का एलान किया था़.
इधर खूंटी, चाइबासा, सरायकेला में बंदी के दौरान नक्सलियों द्वारा नक्सली साहित्य बांटे जाने की भी सूचना है़ तमाड़ के रूगड़ी गढ़ा में लंबी दूरी के बस व ट्रकों में लूटपाट की गयी है़ पुलिस इस मामले में कुछ भी बालने से इनकार कर रही है़ चक्रधरपुर रेल मंडल रेल लाइन के शालीमार-कुर्ला एक्सप्रेस के चालक ने डेरवां में अप व डाउन रेल लाइन पर नक्सली बैनर लगा देखा. चालक ने ट्रेन की
गति धीमी कर आगे बढ़ायी. इस दौरान अप लाइन पर लगा बैनर इंजन में फंस गया.
रेल चालक ने बैनर ले जाकर पोसैता स्टेशन मास्टर को सौंप दिया. लोहरदगा, सिमडेगा, गुमला, चतरा, गढ़वा, मेदनीनगर, तरहसी, पाटन, छतरपुर, सतबरवा, नौडीहा, हरिहरगंज, पांडू, हुसैनाबाद, पांकी में भी बंद का व्यापक असर देखने को मिला. गुमला में बंद के कारण लंबी दूरी की बसें नहीं चली. ट्रकों को परिचालन भी नहीं हुआ. शहरी क्षेत्र में बाजार आम दिनों की तरह खुले रहे. रांची लोहरदगा यात्री ट्रेन निर्धारित समय पर चली. गिरिडीह में पुलिस ने पोस्टर बरामद किये ह़ैं उस पोस्टर में सांप्रदायिक दंगा भड़काने वालों को कठोर सजा देेने की बात कही गयी है़