विचाराधीन बंदी ने जेल में लगायी फांसी
जमशेदपुर: घाघीडीह सेंट्रल जेल में विचाराधीन बंदी मंगलनाथ (21) ने मंगलवार की सुबह आठ से साढ़े आठ बजे के बीच जेल परिसर स्थित कैंटीन के पीछे शौचालय में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. उसने प्लास्टिक की रस्सी के सहारे वेंटीलेटर में लगे रड से फांसी लगायी. शव का मजिस्ट्रेट की देख-रेख में पोस्टमार्टम कराने […]
जमशेदपुर: घाघीडीह सेंट्रल जेल में विचाराधीन बंदी मंगलनाथ (21) ने मंगलवार की सुबह आठ से साढ़े आठ बजे के बीच जेल परिसर स्थित कैंटीन के पीछे शौचालय में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. उसने प्लास्टिक की रस्सी के सहारे वेंटीलेटर में लगे रड से फांसी लगायी. शव का मजिस्ट्रेट की देख-रेख में पोस्टमार्टम कराने का आदेश डीसी ने दे दिया है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम अस्पताल भेज दिया है. मामले की जांच के लिए धालभूम एसडीओ को मजिस्ट्रेट बनाया गया है.
बंदी के फांसी लगाने की सूचना मिलने पर धालभूम एसडीओ प्रभात कुमार, विधि व्यवस्था डीएसपी विमल कुमार, परसुडीह थानेदार पहुंचे और घटना स्थल का निरीक्षण किया. इसके उपरांत वार्ड इंचार्ज सहित कुछ बंदियों से पूछताछ की. इधर, जेल आइजी प्रशांत कुमार ने एडीएम सह प्रभारी जेल अधीक्षक सुबोध कुमार से पूरे मामले की जांच रिपोर्ट 72 घंटे में मांगी है.
युवती पर हमले के आरोप में था बंद
मंगलनाथ युवती पर जानलेवा हमला करने के आरोप में 20 मार्च 2017 से घाघीडीह जेल में बंद था. मृतक बागबेड़ा थाना अंतर्गत बाबाकुटी में बालकराम तिवारी के किराये के मकान में अपनी मां सोमवारीनाथ के साथ रहता था.