शिबू-बाबूलाल दोनों को विदा करना है : सहदेव

दुमका : आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी सहदेव सोरेन ने कहा है कि वे धरतीपुत्र हैं. विदेशों में उन्होंने पढ़ायी की, लेकिन कर्मक्षेत्र स्वभूमि को ही चुना. उन्होंने कहा कि शिबू सोरेन और बाबूलाल मरांडी दोनों को दुमका से विदा करना उनका लक्ष्य है. उन्हें अपनी जमीन से चुनाव लड़ना चाहिए. यहां की माटी से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 7, 2014 6:30 AM

दुमका : आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी सहदेव सोरेन ने कहा है कि वे धरतीपुत्र हैं. विदेशों में उन्होंने पढ़ायी की, लेकिन कर्मक्षेत्र स्वभूमि को ही चुना. उन्होंने कहा कि शिबू सोरेन और बाबूलाल मरांडी दोनों को दुमका से विदा करना उनका लक्ष्य है.

उन्हें अपनी जमीन से चुनाव लड़ना चाहिए. यहां की माटी से उनका लगाव नहीं है, इसलिए वे इस क्षेत्र के विकास की बात नहीं सोचते. इसके लिए सदन में आवाज नहीं उठाते. आप के कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान सहदेव सोरेन ने कहा कई आदिवासियों के पेट में सात-सात दिन अनाज नहीं होता, लेकिन कैलोरी की बात वातानुकूलित कमरे में होती है. यही व्यवस्था उन्हें बदलनी है. इसके लिए ही वे चुनाव लड़ रहे हैं.

कहा: आदिवासियों-गरीबों के नाम पर आने वाला पैसा खर्च नहीं हो रहा. आज राज्य में मंत्री का काम उनके बेटे और परिवार के सदस्य कर रहे हैं. मंत्री का बेटा पैसे लेकर सीनियर को जूनियर और जूनियर को सीनियर पदों पर बिठा रहे हैं. हमारे एक रिश्तेदार शिक्षक हैं. एमडीएम का चावल स्कूल के बजाय उनके घर में रहता है. घुन लग रहा है.

पूर्व के कृषि मंत्री ने उनके अनुरोध पर उनके गांव में हाथीडूबा तालाब बनवाया. आज इसकी स्थिति ऐसी है कि इसमें चूहा भी नहीं डूब सकता. बिना बिजली लगे ही गांव को विद्युतिकृत घोषित कर दिया गया था. जनता को भी वे जागरूक करेंगे. बातचीत के दौरान आप के कार्यकर्ता गया प्रसाद साह, मानस दास आदि मौजूद थे.

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