ज्वाइंट डायरेक्टर के एकाउंट से निकल गये 7.50 लाख, छह माह बाद चला पता

रांची : कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग की ज्वाइंट डायरेक्टर सुमन कैथरिन केरकेट्टा के सैलरी एकाउंट से लाखों रुपये निकल गये. लेकिन उन्हें पता तक नहीं चला. जब पता चला, तो उनके खाते से करीब 7.50 लाख रुपये निकल चुके थे. यह पैसा मुंबई स्थित ऑनलाइन कंपनी आइएनबी टाइम्स आॅफ मनी द्वारा अधिकारी के एकाउंट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 3, 2017 7:27 AM
रांची : कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग की ज्वाइंट डायरेक्टर सुमन कैथरिन केरकेट्टा के सैलरी एकाउंट से लाखों रुपये निकल गये. लेकिन उन्हें पता तक नहीं चला. जब पता चला, तो उनके खाते से करीब 7.50 लाख रुपये निकल चुके थे. यह पैसा मुंबई स्थित ऑनलाइन कंपनी आइएनबी टाइम्स आॅफ मनी द्वारा अधिकारी के एकाउंट से ट्रांसफर किया जा रहा था.

डोरंडा पुलिस और साइबर सेल की जांच में यह बात सामने आयी है. इस मामले में जिस कंप्यूटर का इस्तेमाल किया था रहा था, उसका आइपी एड्रेस भी पुलिस ने बरामद कर लिया है. इस आधार पर कंपनी को रांची पुलिस ने पत्र भेज पूछा है कि उन्होंने अधिकारी के खाते से पैसा दूसरे एकाउंट में कैसे ट्रांसफर किया. क्योंकि पुलिस की पूछताछ में अधिकारी ने कहा है कि उन्होंने अपने एकाउंट से पैसा ट्रांसफर करने की स्वीकृति उस कंपनी को प्रदान नहीं की थी.

एकाउंट से पैसा निकलने का पता क्यों नहीं चला अधिकारी को : अधिकारी का सैलरी एकाउंट रांची के नेपाल हाउस स्थित एसबीआइ बैंक में है. इससे हर माह पांच हजार, छह हजार रुपये निकले रहे थे. लेकिन इन्हें मोबाइल पर कोई मैसेज नहीं आ रहा था. पुलिस की जांच में यह बात सामने आयी कि बैंक में इनके मोबाइल पर जो एसएमएस अलर्ट किया गया था, उसके ऑप्शन में लिखा था कि 10 हजार या उससे ज्यादा राशि का ट्रांजेक्शन होने पर मैसेज अधिकारी के मोबाइल पर जायेगा. संबंधित कंपनी द्वारा 10 हजार से कम राशि का ट्रांसफर किया जा रहा था. इस वजह से उनके मोबाइल पर मैसेज ही नहीं आया. जब पासबुक अपडेट कराया गया, तो पता चला कि एकाउंट से करीब 7.50 लाख रुपये गायब हैं.
साइबर थाने ने नहीं की प्राथमिकी, तो डोरंडा थाने में दर्ज कराया मामला : इस मामले में रांची स्थित साइबर थाने की उदासीनता भी सामने आयी है. इस मामले में अधिकारी सबसे पहले केस दर्ज कराने रांची के कचहरी चौक स्थित साइबर थाने गयी थीं. लेकिन प्राथमिकी वहां पर दर्ज नहीं की गयी. इसके बाद अधिकारी ने डोरंडा थाने में कांड संख्या 122/17 दर्ज करायी थी.

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