भय से शाम के बाद प्रचार नहीं

रांची: लोकसभा चुनाव को लेकर चुनाव प्रचार चरम पर है. पर खूंटी लोकसभा क्षेत्र के कर्रा, रनिया, तोरपा, कोलेबिरा, मुरहू, बंदगांव और बीरबांकी इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ है. एक -दो प्रत्याशियों को छोड़ कर इन इलाकों में चुनाव प्रचार करने कोई प्रत्याशी नहीं जा पा रहा है. अधिकतर प्रत्याशी और उनके समर्थक इन क्षेत्रों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 12, 2014 7:36 AM

रांची: लोकसभा चुनाव को लेकर चुनाव प्रचार चरम पर है. पर खूंटी लोकसभा क्षेत्र के कर्रा, रनिया, तोरपा, कोलेबिरा, मुरहू, बंदगांव और बीरबांकी इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ है. एक -दो प्रत्याशियों को छोड़ कर इन इलाकों में चुनाव प्रचार करने कोई प्रत्याशी नहीं जा पा रहा है. अधिकतर प्रत्याशी और उनके समर्थक इन क्षेत्रों में जाने से डर रहे हैं. बताया जाता है कि उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ अधिकतर प्रत्याशी और उनके समर्थकों को इन क्षेत्रों में चुनाव प्रचार करने से रोक रहा है. इन इलाकों में सिर्फ एक ही प्रत्याशी के प्रचार वाहन और उनके समर्थकों को जाने की छूट मिली हुई है. खूंटी लोकसभा क्षेत्र के अन्य कई इलाकों में प्रत्याशी और उनके समर्थक प्रचार करने तो जा रहे हैं, पर शाम होने से पहले जिला मुख्यालय लौट जा रहे हैं.

शहरी क्षेत्र और आसपास के ग्रामीण इलाकों में प्रत्याशियों के इक्के – दुक्के प्रचार वाहन ही दिखते हैं. पर शाम पांच बजे तक सभी प्रचार वाहन खूंटी या सिमडेगा लौट जाते हैं. प्रत्याशी कुछ ही कहने की स्थिति में नहीं हैं. पीएलएफआइ के उग्रवादी गांवों में जाकर लोगों पर एक प्रत्याशी के पक्ष में वोट करने का दबाव बना रहे हैं. ऐसा नहीं करने पर अंजाम भुगतने की धमकी दे रहे हैं. वहीं, प्रशासन दावा कर रहा है कि प्रत्याशियों और उनके समर्थकों को पूरी सुरक्षा दी जा रही है. लेकिन आम आदमी के प्रत्याशी दयामनी बरला ने आयोग को पत्र लिख कर कहा है कि खूंटी में माहौल खराब है, इसलिए स्वतंत्र मतदान संभव नहीं है.

इस साल दो माह में ही हो चुकी हैं 15 हत्याएं
आंकड़े से साफ है कि खूंटी जिला बनने के बाद वहां सामान्य अपराध से अधिक हत्याएं हुई हैं. पिछले पांच साल में 498 लोगों की हत्या की गयी और इसी दौरान डकैती, लूट, चोरी व फिरौती के लिए अपहरण की कुल 343 वारदात हुई.

एनोस से स्पष्टीकरण पूछा है

आप प्रत्याशी दयामनी बरला की शिकायत पर झारखंड पार्टी के प्रत्याशी एनोस एक्का से स्पष्टीकरण पूछा गया है. इसके बाद आयोग को रिपोर्ट की जायेगी. कानून- व्यवस्था ठीक है. हालात सही है. प्रत्याशी प्रचार करने के लिए क्षेत्र में निकल रहे हैं.
सामसोन सोय, डीसी, खूंटी

चुनाव प्रचार के दौरान हुई दो घटनाएं
06 अप्रैल : बीरबांकी में आप के कार्यकर्ताओं को रोका. गाड़ी की चाबी और मोबाइल ले लिये. घंटों बैठाये रखा

09 अप्रैल : कर्रा थाना क्षेत्र के बिकुवादाग में आप के कार्यकर्ताओं को छह हथियारबंद उग्रवादियों ने रोका. र्दुव्‍यवहार किया. चुनाव प्रचार न करने की धमकी दी

एनोस पर दर्ज हो चुकी हैं दो प्राथमिकी

28 मार्च : कर्रा पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है. इसमें झापा प्रत्याशी एनोस एक्का पर आरोप लगाया गया है कि पुलिस को पीएलएफआइ के जिस उग्रवादी राजकमल गोप की तलाश है, उसे और जयप्रकाश भुइयां को एनोस ने अपनी गाड़ी में बैठा कर भगा दिया. पुलिस की ओर से रोके जाने पर भी वाहन नहीं रोका

09 अप्रैल : आप प्रत्याशी दयामनी बरला ने कर्रा थाने में पीएलएफआइ के छह अज्ञात उग्रवादियों और झापा प्रत्याशी एनोस एक्का पर प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसमें प्रचार के लिए बिकुवादाग गांव गये समर्थकों को रोकने, र्दुव्‍यवहार करने और धमकी देने का आरोप लगाया गया है.

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