हटिया से अपहृत छात्र की हत्या खूंटी के जंगल में मिला शव

रांची: सोमवार की शाम जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के हटिया से अपहृत 12 वर्षीय छात्र आयुष कुमार की हत्या अपहरणकर्ताओं ने कर दी. मंगलवार को उसका शव खूंटी थाना क्षेत्र के सिल्दा जंगल से मिला. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. घटना को लेकर पुलिस ने छात्र के पिता की शिकायत पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 27, 2017 7:25 AM

रांची: सोमवार की शाम जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के हटिया से अपहृत 12 वर्षीय छात्र आयुष कुमार की हत्या अपहरणकर्ताओं ने कर दी. मंगलवार को उसका शव खूंटी थाना क्षेत्र के सिल्दा जंगल से मिला. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. घटना को लेकर पुलिस ने छात्र के पिता की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर ली है.

पुलिस के अनुसार छात्र की हत्या रस्सी से गला दबा कर की गयी है. प्राथमिकी में हत्या का आरोप आयुष के मौसा महेंद्र साहू और कलिंद्र सहित अन्य अज्ञात पर है. आयुष कुमार सरस्वती शिशु विद्या मंदिर हटिया में पांचवीं का छात्र था. वह एकता नगर ओबरिया रोड का रहने वाला था.

क्या है मामला : मिली जानकारी के अनुसार आयुष के पिता जितेंद्र प्रसाद सिंह जब सोमवार की शाम ड्यूटी से वापस लौटे तो पत्नी ने बताया कि आयुष, संदीप साहू (मौसेरा भाई) के साथ घूमने निकला है, लेकिन अभी तक वापस नहीं लौटा है. अनहोनी की आशंका को लेकर पति-पत्नी उसे खोजने निकल पड़े. उन्हें पता चला कि महेंद्र साहू दोनों को ऑटो में लेकर ओबरिया रोड की तरफ गया है. खोजने के क्रम में ही पता चला कि संदीप साहू खूंटी में कोबरा बटालियन कैंप में मौजूद है.

तब तक काफी रात हो चुकी थी. इसके बाद जितेंद्र सिंह मंगलवार को कोबरा बटालियन पहुंचे. वहां उन्हें संदीप से पता चला कि महेंद्र साहू, आयुष और उसे घुमाने का झांसा देकर खूंटी जोड़ा पुल के समीप सिल्दा जंगल ले आया था. लेकिन वहां किसी बात पर उसका झगड़ा महेंद्र साहू से हो गया और वह किसी तरह बच कर कोबरा बटालियन कैंप पहुंच गया. इसके बाद महेंद्र साहू, आयुष को लेकर जंगल के अंदर चला गया. संदीप ने यह भी बताया कि महेंद्र के साथ ऑटो में एक व्यक्ति पहले से मौजूद था, जिसे वह नहीं जानता है. इसके अलावा ड्राइवर भी था. इस तरह ऑटों में संदीप और आयुष के अलावा तीन अन्य लोग थे.

बर्बाद करने की दी थी धमकी
संदीप से बात होने के बाद जितेंद्र कुमार अपने बेटे को खोजने पुलिस के साथ जंगल में पहुंचे. काफी देर तक खोजबीन करने के बाद सिल्दा जंगल में उसका शव मिला. जितेंद्र के अनुसार रनिया थाना क्षेत्र निवासी महेंद्र साहू ने उन्हें पूर्व में बर्बाद करने की धमकी थी. इसलिए आशंका है कि महेंद्र साहू ने अपने भाई कलिंद्र साहू सहित अन्य लोगों के साथ मिल कर उनके पुत्र की हत्या कर दी. पुलिस के अनुसार आयुष, जितेंद्र प्रसाद सिंह का इकलौता पुत्र था. घटना को अंजाम देने से पहले महेंद्र साहू हटिया में आकर रहता था. उसने आयुष को जाल में फंसाने के लिए चाउमिन भी खिलायी थी. संभवत: हत्या के पीछे संपत्ति विवाद का कारण हाे सकता है. फिलहाल, पुलिस मामले में छानबीन कर रही है. साथ ही आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है.

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