किरीबुरू : ओड़िशा के बिरमित्रापुर थाना पुलिस ने सोमवार को राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से छह पीएलएफआइ सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इन छह उग्रवादियों में एक भारतीय सेना का पूर्व कैप्टन भी शामिल है, जो वर्तमान में बड़बिल से एक निजी सुरक्षा एजेंसी चला रहा था.
पुलिस ने बताया कि बड़बिल निवासी जदूमनी पात्रा (57) भारतीय सेना में कैप्टन रह चुका है तथा निजी सुरक्षा एजेंसी नॉर्थ एक्स सर्विसेज सिक्युरिटी सर्विस प्राइवेट लिमिटेड बड़बिल का मैनेजिंग डायरेक्टर है. वह पीएलएफआइ उग्रवादियों को खाद्य सामग्री उपलब्ध कराता था तथा उन्हें विभिन्न प्रकार के हथियारों को चलाने का प्रशिक्षण देता था. गिरफ्तार उग्रवादियों में जदूमनी पात्रा (57), संदीप एक्का उर्फ मिरिंडा (22), सूरज साहू (19), कालू ठाकुर (19) उर्फ विशाल ठाकुर, बुत्रू खादिया उर्फ लकड़ा उर्फ अरुण (20) व रीबा जाल्जो उर्फ लकड़ा (30) शामिल है.
प्राइवेट नंबर उपलब्ध करा कर करते हैं उग्रवादियों की मदद
बिरमित्रापुर पुलिस की गिरफ्त में आये सेना के पूर्व कैप्टन तथा निजी सुरक्षा एजेंसी नॉर्थ एक्स सर्विसेज सिक्युरिटी सर्विस प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर जदूमनी पात्रा की गिरफ्तारी के बाद झारखंड-ओड़िशा की खदानों, क्रेशरों तथा अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में तैनात प्राइवेट सुरक्षाकर्मियों पर संदेह की नजर से देखा जाने लगा है. व्यवसायियों की मानें तो इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि कुछ प्राइवेट सुरक्षा कंपनियों में अपराधिक प्रवृत्ति के लोग घुस कर बड़े व्यवसायियों व उद्योगपतियों की गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं और उनके विशेष नंबर उग्रवादियों को उपलब्ध करा रहे हैं जिस पर फोन पर लेवी मांगी जा सके.