13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

नकली शराब के धंधे में प्रह्लाद सिंघानिया हो गया करोड़पति

रांची: रांची का सबसे बड़ा नकली शराब बनाने का माफिया प्रह्लाद सिंघानिया नकली शराब के धंधे में आने के बाद करोड़पति हो गया. वह नकली शराब बनाने और इसे सप्लाई करने का काम पिछले कई वर्षों से बेधड़क कर रहा था. इस धंधे में अधिक मुनाफा देखते हुए उसने अपने पुत्र को भी इस कारोबार […]

रांची: रांची का सबसे बड़ा नकली शराब बनाने का माफिया प्रह्लाद सिंघानिया नकली शराब के धंधे में आने के बाद करोड़पति हो गया. वह नकली शराब बनाने और इसे सप्लाई करने का काम पिछले कई वर्षों से बेधड़क कर रहा था.

इस धंधे में अधिक मुनाफा देखते हुए उसने अपने पुत्र को भी इस कारोबार में लगा दिया. बताया जाता है कि वर्तमान में प्रह्लाद सिंघानिया का पुत्र तरुण अवैध शराब का कारोबार संभाल रहा है. अवैध शराब के कारोबार में शामिल होने के आरोप में पुलिस ने 31 जुलाई को प्रह्लाद सिंघानिया को गिरफ्तार किया था.

जून माह में पुलिस व उत्पाद विभाग की संयुक्त छापेमारी में सिंघानिया बंधु का नामकुम के जोरार इलाके से लगभग 50 लाख रुपये का नकली शराब पकड़ा गया था़ यहां एक मकान के तहखाने में महंगे ब्रांड के रैपर लगाकर नकली शराब की बोतलें रखी गयी थी़ प्रह्लाद सिंघानिया नकली शराब को बोतल में भरने के बाद उस पर ऑनली फॉर डिफेंस व झारखंड सरकार का नकली मोहर लगा कर बेचता था. पूर्व में भी उसके ठिकाने पर पुलिस दर्जनों बार छापेमारी कर शराब बरामद कर चुकी है. उसके खिलाफ पहले से दर्जनों केस दर्ज है.
कब-कब हुई छापेमारी
28 अक्तूबर 2004: जोरार में आर्मी इंटेलीजेंस ने छापेमारी कर लाखों रुपये की नकली शराब जब्त की.
26 अप्रैल 2005 : प्रह्लाद सिंघानिया के ठिकानों पर छापेमारी कर लाखों रुपये मूल्य की शराब, कंटेनर और पैकिंग की जानेवाली मशीन बरामद की़
02 दिसंबर 2005 : सिंघानिया के ठिकाने से सात लाख रुपये मूल्य के नकली शराब बरामद किये .
15 अप्रैल 2006 : सिंघनिया के ठिकाने से अवैध शराब की एक हजार बोतल बरामद की.
28 अप्रैल 2012 : सिंघानिया के ठिकानों से 285 लीटर शराब और 128 लीटर स्प्रिट बरामद किया.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें