Loading election data...

रमेश मुंडा हत्याकांड : 5 करोड़ में से दो करोड़ रुपये लेकर भाग गया था नक्सली बलराम, NIA की जांच में हुआ खुलासा

प्रणव रांची : विधायक रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, नये-नये तथ्य सामने आ रहे हैं. विधायक की हत्या के लिए पांच करोड़ रुपये का सौदा माओवादी पोलित ब्यूरो के साथ गोपाल कृष्ण पातर उर्फ राजा पीटर ने किया था. आरोप के तहत विधायक की हत्या से पहले पीटर ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 13, 2017 10:09 AM
प्रणव
रांची : विधायक रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, नये-नये तथ्य सामने आ रहे हैं. विधायक की हत्या के लिए पांच करोड़ रुपये का सौदा माओवादी पोलित ब्यूरो के साथ गोपाल कृष्ण पातर उर्फ राजा पीटर ने किया था. आरोप के तहत विधायक की हत्या से पहले पीटर ने तीन करोड़ रुपये कुंदन पाहन के पास भिजवाये थे.
हत्या के अगले दिन जब बाकी के दो करोड़ रुपये पीटर ने नहीं पहुंचाये, तो उस पैसे को लाने के लिए कुंदन पाहन ने अपने दस्ते के नक्सली बलराम साहू को दूसरे दिन पीटर के पास भेजा. वादा के तहत पीटर ने उक्त दो करोड़ रुपये बलराम साहू को दे दिये, लेकिन पैसा लेने के बाद कुंदन पाहन के पास जाने के बजाय बलराम दो करोड़ रुपये लेकर फरार हो गया. बाद में वह रांची पुलिस के हत्थे चढ़ा और जेल भेजा गया.
यह खुलासा कुंदन पाहन और राम मोहन मुंडा ने एनआइए की पूछताछ में किया है. पाहन ने यह भी बताया है कि उसने तीन करोड़ रुपये पोलित ब्यूरो तक पहुंचवा दिये थे. मामले में अब तक यह सवाल कायम है कि पीटर के पास पांच करोड़ रुपये कहां से आये? हालांकि पूरे प्रकरण में जांच एजेंसी एनआइए द्वारा अधिकारिक बयान जारी नहीं किया जा रहा है.
नक्सली लगा रहे आरोप, चुप्पी साधे हैं राजा पीटर
पूर्व मंत्री राजा पीटर ने तीसरे दिन गुरुवार को भी अपने ऊपर लगे आरोपों को स्वीकार नहीं किया. उन्होंने कहा कि जब उन्होंने कुछ किया ही नहीं, तो फिर किसी के कहने पर वे आरोपों को स्वीकार कैसे कर सकते हैं. दूसरी ओर कुंदन पाहन ने पूछताछ में फिर कहा कि राजा पीटर ने ही विधायक रमेश सिंह मुंडा की हत्या करायी थी.
बलराम साहू ने भी विधायक की हत्या का आरोप राजा पीटर पर ही मढ़ा. सभी से एनआइए के अधिकारियों ने अलग-अलग कमरे में पूछताछ की. बताया जा रहा है कि राम मोहन मुंडा की तरह की नक्सली कुंदन पाहन, बलराम साहू और संतोष साहू सहित अन्य का बयान जांच एजेंसी कोर्ट में करा सकती है.
एनआइए के आवेदन पर बहस, अगली सुनवाई 30 को
लूटे गये हथियार खूंटी में मिले थे
जांच के दौरान यह बात भी सामने आयी है कि रमेश सिंह मुंडा की हत्या के दौरान उनके दो अंगरक्षकों की हत्या भी नक्सलियों ने कर दी थी. उनके हथियार भी लूट लिये थे. उक्त हथियारों को कुंदन पाहन ने अपने संगठन के दूसरे नक्सलियों को दे दिया था. बाद में खूंटी पुलिस की कार्रवाई में नक्सलियों के पास से उक्त हथियार बरामद किये गये थे.

Next Article

Exit mobile version