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गुरुग्राम में अखिलेश ने कहा : अमित राय ने साकची थाना में फायरिंग का झूठा मुकदमा दर्ज कराया था, इसलिए मार डाला
जमशेदपुर : एसएसपी अनूप टी मैथ्यू को गैंगस्टर अखिलेश सिंह ने पूछताछ में कहा कि अमित राय ने साकची थाना में फायरिंग का झूठा मुकदमा दर्ज कराया था. उसे मैंने (अखिलेश) समझाया कि किसी के दबाव में आकर झूठा मुकदमा मत करो, लेकिन अमित नहीं माना. मैंने सोचा कि 307 का मुकदमा झेलने से अच्छा […]
जमशेदपुर : एसएसपी अनूप टी मैथ्यू को गैंगस्टर अखिलेश सिंह ने पूछताछ में कहा कि अमित राय ने साकची थाना में फायरिंग का झूठा मुकदमा दर्ज कराया था. उसे मैंने (अखिलेश) समझाया कि किसी के दबाव में आकर झूठा मुकदमा मत करो, लेकिन अमित नहीं माना. मैंने सोचा कि 307 का मुकदमा झेलने से अच्छा है उसे मारकर 302 का मुकदमा ही लड़ा जाये. बागबेड़ा निवासी उपेंद्र सिंह भी हमेशा उसे मारने की धमकी देता था. रंगदारी में आड़े आ रहा था. इसलिए उसे भी मार दिया. अखिलेश सिंह ने एसएसपी को बताया कि सिदगोड़ा में उसके खिलाफ रंगदारी वसूलने का झूठा मुकदमा दर्ज किया गया है.
अखिलेश सिंह ने पुलिस को बताया है कि उसने टाटा स्टील में स्क्रैप का कारोबार करने वालों से रंगदारी लेना बंद कर दिया है. उसे अन्य कई जगहों से रंगदारी जाती है. बड़े-बड़े घराने के लोग उसे रंगदारी देते हैं. अखिलेश सिंह एसएसपी से सामने बार-बार एक ही बात दोहरा रहा था कि उसे इलाज के लिए शहर ले जाया जाये. वह आगे से कोई अपराध नहीं करेगा और न ही रंगदारी वसूलेगा.
एसएसपी को अखिलेश सिंह ने बताया कि उपेंद्र सिंह और अमित राय उसके सामने रोड़े बन रहे थे. दोनों को रास्ते से हटाने के बाद अब अगला कोई उसके सामने खड़ा होने वाला नहीं है. उसका अकेला साम्राज्य चल रहा है. अपराध जगत में फायरिंग और धमकाने की बात होती रहती है. उसे वह अपने तरीके से टैकल कर लेता. अब उसका इरादा किसी को मारना नहीं है. चंद्रगुप्त सिंह पर फायरिंग के बाद उसकी प्लानिंग के बारे में पुलिस ने जानने का प्रयास किया, लेकिन अखिलेश ने मुंह नहीं खोला.
कोर्ट में अखिलेश की पेशी टली ससुराल वाले नहीं मिल सके
हरियाणा के गुरुग्राम में अखिलेश और उसकी पत्नी गरिमा सिंह के पकड़े जाने के बाद बनारस से अखिलेश के ससुराल वाले गुरुग्राम पहुंच गये. कोर्ट में पेशी के दौरान गरिमा से उसके मायके वालों ने मुलाकात की. गरिमा की याचिका भी दाखिल की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया. शुक्रवार को अखिलेश सिंह को कोर्ट में पेश किया जाना था लेकिन पैर में लगी गोली की चोट के कारण उसे नहीं ले जाया जा सका. उसके इलाज में अभी और वक्त लग सकता है. इस दौरान अखिलेश से ससुराल वालों ने मिलने का प्रयास किया, लेकिन जिला पुलिस की टीम ने किसी को मिलने नहीं दिया.
दिल्ली के संजय अग्रवाल के नाम पर है इंडीवर
जमशेदपुर. फरारी के दौरान गैंगस्टर अखिलेश सिंह को नयी दिल्ली के 5 बंग्लो रायसीना रोड स्टाफ र्क्वाटर निवासी संजय कुमार अग्रवाल फाइनांसर बना था. इसकी जानकारी जिला पुलिस की टीम को अखिलेश सिंह के पास से बरामद दस्तावेज से हुई है. जिला पुलिस की टीम संजय कुमार की तलाश में जुट गयी है. संजय अपने घर से फरार बताया जा रहा है. अखिलेश सिंह जयपुर से जिस सफेद रंग की बिना नंबर की इंडीवर कार से हरियाणा के गुरुग्राम में गेस्ट हाउस में ठहरने आया था. वह कार भी संजय कुमार अग्रवाल ने अखिलेश सिंह को 24 अगस्त 2017 को फाइनांस करायी है. दिल्ली के काॅरपोरेशन बैंक से कार फाइनांस हुई है. नयी दिल्ली बावा पोटरिस इंडस्ट्रियल कॉम्पलेक्स वसंत कुंज स्थित रामा मोटर सर्विस प्रा लि कंपनी से फाइनांस की इंडीवर कार का रजिस्ट्रेशन संजय कुमार अग्रवाल के नाम से हैं और कार का नंबर (डीएल12सीएम-1122) है. अखिलेश सिंह जब इस कार में घूमता था तो वह कार का नंबर प्लेट खोल देता था. कार का 29.59 लाख रुपये वैल्यू है. डाउन पेमेंट 4.06 लाख रुपये की गयी है.
अखिलेश हरियाणा के जेल में रहेगा पुलिस प्रोडक्शन के मूड में नहीं
सजायफ्ता गैगस्टर अखिलेश सिंह हरियाणा के जेल दो तीन माह तक रहेगा. जिला पुलिस की टीम अखिलेश सिंह को अभी प्रोडक्शन पर लाने के मूड में नहीं है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक अखिलेश को शहर लाने के बाद उसका रुतवा बढ़ जायेगा. वह अपने गुर्गों के साथ फिर संपर्क में रहने लगेगा. इस वजह से पुलिस उसे हरियाणा जेल में ही रखना चाहती है.
सिविल अस्पताल में दो चार दिन और रहेगा अखिलेश, पूछताछ के भय से दिन में सोता है अखिलेश
हरियाणा के गुरुग्राम में मुठभेड़ के बाद पत्नी गरिमा के साथ गिरफ्तार गैंगस्टर अखिलेश सिंह पुलिस की पूछताछ से बचाने के लिए दिन में सो रहा है और रात में जागता है. गुरुवार को अखिलेश सिंह को कोर्ट में प्रस्तुत करना था, लेकिन जख्म और दर्द के कारण उसे स्ट्रेचर पर भी कोर्ट नहीं ले जाया जा सका. अखिलेश सिंह दो-चार दिन और अस्पताल में रहेगा. गुरुवार को अस्पताल से छुट्टी मिलने के दो घंटे के भीतर ही अखिलेश को दोबारा सिविल अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. गुरुग्राम के अपराध शाखा के डीसीपी सुमित कुम्हार के मुताबिक अखिलेश सिंह को जिला अदालत मेें पेश करने के बाद पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया जायेगा. हरियाणा पुलिस की पूछताछ के बाद उसे ट्रांजिट रिमांड पर जमशेदपुर पुलिस शहर लेकर आयेगी.
फरारी में ऑनलाइन होटल बुक कर ठहरता था अखिलेश. पे रोल पर छूटने के बाद सजायाफ्ता अखिलेश सिंह ने कोर्ट परिसर में उपेंद्र सिंह की हत्या की. इसके बाद जिला पुलिस की टीम ने फरार अखिलेश की तलाश में बनारस, गुड़गांव, जयपुर, देहरादून आदि स्थानों पर छापा मारा. पुलिस के टारगेट से बचने के लिए अखिलेश किसी होटल में एक दिन से अधिक नहीं ठहरता था. अखिलेश सिंह ने पुलिस को बताया है कि हरियाणा गुरुग्राम के जेआरडी गार्डन में फ्लैट होने के बावजूद वह ऑनलाइन ओयो रुम्स के जरिये कमरा बुक कर ठहरता था. होटल किसी दूसरे नाम से बुक करता था.
रात आठ बजे बाहर से खाना लेकर गेस्ट हाउस में आया था. अखिलेश ने पुलिस को बताया है कि 10 मार्च को वह अपनी इंडीवर कार से पत्नी गरिमा से साथ रात आठ बजे गुरुग्राम के सुशांत लेक गेस्ट हाउस में आया था. गेस्ट हाउस में वह बाहर होटल से खाना लेकर घुसा और आठ सौ रु एडवांस दिये. पुलिस ने कमरा 102 का सारा सामान जब्त किया है.
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