मेदिनीनगर : पलामू के हैदरनगर की पूजा कुमारी की हत्या में उसका पिता रामप्रवेश राम शामिल था. अपनी पुत्री की हत्या करने के लिए रामप्रवेश ने उस युवक का सहारा लिया, जिसके साथ पूजा का प्रेम प्रसंग चल रहा था. पूजा का प्रेमी शादीशुदा था. दोनों एक ही गांव के रहने वाले थे.
दोनों का घर आसपास ही था. प्रेमी रंजीत उर्फ बबलू शादीशुदा था. उसके तीन बच्चे हैं. उसके घरवालों को दोनों के बीच चल रहे प्रेम प्रसंग की जानकारी मिल गयी थी. रंजीत की पत्नी इसका विरोध कर रही थी और इधर पूजा उस पर शादी करने के लिए दबाव बना रही थी.
इधर, पूजा का पिता रामप्रवेश राम जब कहीं कोई रिश्ते के लिए जाता था उसके बेटी के बारे में लोग कहने लगते थे. पिता रामप्रवेश भी परेशान था और इधर रंजीत भी चाहता था कि किसी तरह पूजा से छुटकारा मिले. रामप्रवेश ने बदनामी से बचने के लिए यह तय किया कि वह अपने बेटी को रास्ते से हटा कर ही दम लेगा. इसके लिए वह उसका प्रेमी रंजीत का सहारा लिया और दोनों ने मिल कर योजना बनायी और उसके बाद रंजीत ने उसे बुला कर पहले उसके साथ शारीरिक संबंध बनाया. उसके बाद उसने रामप्रवेश के साथ मिल कर पूजा की गला दबा कर हत्या की और उसके बाद चाकू से उसका धड़ अलग कर दिया.
पलामू पुलिस ने इस पूरे मामले का उद्भेदन किया है. सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में पलामू के पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत माहथा ने इस पूरे मामले की विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पूजा कुमारी की हत्या सात फरवरी को हुई थी. उसका शव हैदरनगर स्थित कब्रिस्तान के पास से मिला था.