फेसबुक से पता चला पिता का कारनामा

रांची: राज्य महिला आयोग में शिकायतों की सुनवाई के दौरान सोमवार को एक अजीबोगरीब मामले का खुलासा हुआ. आयोग को सुनवाई के दौरान पता चला कि कैसे रांची की एक बेटी को अपने पिता के कारनामों का पता फेसबुक से चला. पीड़ित बेटी का पिता इंडोनेशिया गया. पहले तो उसने घर में बताया कि वह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 13, 2014 7:46 AM

रांची: राज्य महिला आयोग में शिकायतों की सुनवाई के दौरान सोमवार को एक अजीबोगरीब मामले का खुलासा हुआ. आयोग को सुनवाई के दौरान पता चला कि कैसे रांची की एक बेटी को अपने पिता के कारनामों का पता फेसबुक से चला. पीड़ित बेटी का पिता इंडोनेशिया गया. पहले तो उसने घर में बताया कि वह ऑफिस के काम से इंडोनेशिया जा रहा है.

वहां जाकर उसने दूसरी औरत के साथ शादी कर ली. इतना ही नहीं सोशल वेबसाइट फेसबुक पर अपना अकाउंट खोल कर उसमें कुछ तसवीरें भी डाली. बेटी ने फेसबुक सर्च के क्रम में न सिर्फ अपने पिता को पहचाना, बल्कि उसका पूरा ब्योरा प्राप्त किया. पिता के इस हरकत से मर्माहत बेटी ने अपने शरीर के कई हिस्सों को ब्लेड से जख्मी कर दिया. बेटी की पीड़ा को देख मां ने महिला आयोग की शरण ली. अब वह अपनी बेटी को पर्याप्त गुजारा भत्ता दिलाना चाहती है. आयोग की अध्यक्ष महुआ माजी ने बताया कि सोशल साइट प्रकरण से भी कई मामले सामने आ रहे हैं, जिससे एक-एक व्यक्ति की दो-दो पत्नियों के रहने की बातों का पता चल रहा है. उन्होंने बताया कि आज महिला प्रताड़ना, खर्चा भत्ता देने, आरोप-प्रत्यारोप, शारीरिक शोषण और शादी का झांसा देकर शोषण करने के 37 मामले सुने गये. इसमें से सात का निबटारा किया गया. अन्य मामलों की सुनवाई मंगलवार 13 मई को होगी.

अब रहना चाहती है साथ
एक मामले में एक युवती ने गांव के ही युवक पर शारीरिक शोषण का आरोप लगाया है. युवती गर्भवती है. वहीं युवक का कहना है कि बच्च उसका नहीं है. अब युवती चाहती है कि वह पूर्व की तरह ही गांव के अपने पुराने साथी के साथ रहे.

पहली पत्नी ने मांगा गुजारा भत्ता
एक अन्य मामले में पहली पत्नी ने पति से गुजारा भत्ता मांगा है. पहली पत्नी का आरोप है कि उसका पति शराबी है. मारपीट करता था. पहली पत्नी की एक बेटी भी है. पहली पत्नी के रहते हुए पति ने दूसरी शादी कर ली, जिससे एक बेटा भी हुआ. पहली पत्नी अपने पति के साथ रहना चाहती है, पर उसका पति उसे गांव में रखना चाहता है. गुजारा भत्ता देने के नाम पर वह अभी भी मना कर रहा है.

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