गाड़ी खरीदी, तो करना होगा रजिस्ट्रेशन का इंतजार
रांची: राजधानी में पिछले दो माह से वाहनों का निबंधन नहीं हो पा रहा है. लोग नयी कार, नयी बाइक तो खरीद ले रहे हैं लेकिन उसका रजिस्ट्रेशन कराने में पसीने छूट जा रहे हैं. बिना रजिस्ट्रेशन नंबर के सड़कों पर चलाने के डर से लोग वाहनों को घर से निकाल भी नहीं पा रहे […]
रांची: राजधानी में पिछले दो माह से वाहनों का निबंधन नहीं हो पा रहा है. लोग नयी कार, नयी बाइक तो खरीद ले रहे हैं लेकिन उसका रजिस्ट्रेशन कराने में पसीने छूट जा रहे हैं. बिना रजिस्ट्रेशन नंबर के सड़कों पर चलाने के डर से लोग वाहनों को घर से निकाल भी नहीं पा रहे हैं.
क्या है मामला
राजधानी के डीटीओ कार्यालय में पिछले दो माह से निजी वाहनों का निबंधन बंद है. निजी वाहनों को अस्थायी नंबर तो दिये जा रहे हैं लेकिन, एक माह बाद उन्हें रजिस्ट्रेशन नहीं मिल रहा है.
रोज-रोज निबंधन कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन रोजाना सर्वर डाउन या सॉफ्टवेयर में खराबी बता कर वापस उन्हें भेज दिया जा रहा है. एक माह बाद लोग अपने वाहन निकाल रहे हैं, तो ट्रैफिक पुलिस द्वारा पकड़ लिया जा रहे है, फाइन भी देना पड़ रहा है.
लोग नये वाहन निकालने में डर रहे हैं. यही नहीं व्यावसायिक वाहन मालिकों को टैक्स जमा करने के लिए महीनों चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. इसके बावजूद टैक्स जमा नहीं हो पा रहा है. टैक्स जमा करने में जो प्रक्रिया अपनायी जा रही है उसमें त्रुटियां आ रही हैं.
हालात
पिछले दो माह में पांच हजार नये वाहनों का निबंधन लंबित है. इसके अलावा एक हजार ट्रांसफर व एचपीए रद करने का मामला फंसा हुआ है. तीन हजार व्यावसायिक वाहनों का भी निबंधन का मामला फंस गया है.
सिस्टम
नये वाहनों के निबंधन के लिए सबसे पहले शुल्क जमा किया जाता है. इसके बाद कंप्यूटर में इंट्री होगी. इंट्री के बाद रजिस्ट्रेशन नंबर दे दिया जाता है. रजिस्ट्रेशन नंबर दिये जाने के बाद फार्म-24 निर्गत किया जाता है.
परेशानी
अचानक सर्वर का डाउन हो जाना
फार्म-24 का नहीं निकलना
टैक्स जमा करने पर उसकी परची नहीं मिलना
कभी-कभी टैक्स से ज्यादा बकाया बताना
केस नंबर: एक
तीन माह से बस का निबंधन नहीं
तीन माह पहले बस लिया लेकिन, आज तक उसका निबंधन नहीं हो पाया है. निबंधन नहीं होने से बस घर में खड़ी है. लोन पर बस ली है. बैंक को घर से लोन चुकाना पड़ रहा है. स्थिति काफी खराब है. एक माह लोन नहीं चुकाने पर बैंक वाले गाड़ी खींच लेने की धमकी देते हैं.
शत्रुघ्न महतो, बुंडू
केस नंबर: दो
कार खरीदी, पर चला नहीं पा रहे
मैंने 24 मार्च को कार खरीदी थी. लगभग तीन माह होने को है, लेकिन अब तक गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया है. घर के लोग चाहते हैं कि नयी कार में घूमें, लेकिन कैसे निकालें. ट्रैफिक में पकड़ने पर 500-800 रुपये चुकाने पड़ जायेंगे. अभी गाड़ी गैरेज की शोभा बढ़ा रही है.
रामा कृष्णा, एचइसी निवासी
निबंधन हो रहा है. डाटा में परेशानी हो रही है. वाहन की जगह वाहन-2 कर दिया गया है. केवल टेक्नोलॉजी बदली गयी है, सॉफ्टवेयर वही है. काम चल रहा है एक सप्ताह के अंदर स्थिति सामान्य हो जायेगा.
एके दास, ट्रांसपोर्ट कोऑर्डिनेटर
हमलोग एडवांस में टैक्स जमा करते हैं. अगर 15 दिनों के ग्रेस पीरियड में टैक्स जमा करते हैं तो 200 प्रतिशत विलंब शुल्क देना पड़ता है. अन्य राज्यों में वाहन जाती है तो वहां भी पकड़ ली जाती है. काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
किशोर मंत्री, रांची बस ऑनर्स एसोसिएशन
वाहनों का निबंधन तो हो रहा है लेकिन, जिस तरह होना चाहिए उस तरह से नहीं हो पा रहा है. इस बारे में कई बार हमने विभाग को पत्र के माध्यम से सूचना दी है. कुछ नहीं हुआ. निबंधन नहीं होने से लोगों के आक्रोश का भी सामना करना पड़ रहा है.
राजेश कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी