धनबाद : नोटबंदी के बाद फर्जी तरीके से बदल डाले 47.26 लाख के पुराने नोट, डाक सहायक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
अभय कुमार धनबाद : सीबीआइ एंटी करप्शन विंग धनबाद ने दुमका जिला के शिकारीपाड़ा उप डाकघर के डाक सहायक सतीश सैमुअल हेंब्रम व अज्ञात लोगों के खिलाफ फर्जीवाड़ा व जालसाजी का केस दर्ज किया है. आरोप है कि श्री हेंब्रम ने आम लोगों की मिलीभगत से नोटबंदी के बाद वर्ष 2016 के 10 नवंबर से […]
अभय कुमार
धनबाद : सीबीआइ एंटी करप्शन विंग धनबाद ने दुमका जिला के शिकारीपाड़ा उप डाकघर के डाक सहायक सतीश सैमुअल हेंब्रम व अज्ञात लोगों के खिलाफ फर्जीवाड़ा व जालसाजी का केस दर्ज किया है.
आरोप है कि श्री हेंब्रम ने आम लोगों की मिलीभगत से नोटबंदी के बाद वर्ष 2016 के 10 नवंबर से 24 नवंबर तक एक हजार व पांच सौ रुपये के 47 लाख 26 हजार नोट बदल कर एक सौ, 50, 20 व 10 रुपये के नोट दिये.
उन पर आपराधिक षडयंत्र, धोखाधड़ी, झूठे कागजात की प्रस्तुति व आपराधिक आचरण करने का आरोप है. 29 जून को आरसी-08 (ए) य 2018 डी की तहत धारा 120 (बी), आर-डब्ल्यू 420, 477(ए) भादवि , भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धारा 13 (2), आर-डब्ल्यू 13 (1) (डी) लगायी गयी है.
क्या है आरोप : नोट बदलने के दौरान विभागीय नियमों व सरकारी आदेश का उल्लंघन किया है. विभाग का स्पष्ट आदेश था कि नोटबंदी के बाद एक व्यक्ति अपना पहचान पत्र देकर चार हजार रुपये तक पुराने नोट बदल सकते हैं.
इस दौरान शिकारीपाड़ा उप डाकघर में 47 लाख 26 हजार के पुराने नोट बदले गये. सात लाख 52 हजार रुपये बदलने के बदले कोई कागजात नहीं दिय गये, जबकि 39 लाख 74 हजार रुपये के बदले रिक्युजिशन स्लिप थी.
रिक्युजिशन स्लिप में एक जैसी लिखावट थी. किसी पर हस्ताक्षर नहीं था. सभी लिखावट सहायक डाकपाल सतीश सैमुअल हेंब्रम के जैसे थे. सहायक डाकपाल ने कैशबुक रजिस्टर, हैंडबुक आदि रिकार्ड में गलत प्रवृष्ट कर राशि जमा दिखायी.