रांची: विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश की राजनीति में उथल-पुथल मच सकती है. लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत के बाद राजनीतिक समीकरण में तेजी से बदलाव हो रहा है. दूसरे दलों के विधायक भाजपा में जाने का मन बना रहे हैं. वहीं दूसरे दलों के मजबूत दावेदारों पर भाजपा की भी नजर है. कांग्रेस, झाविमो और आजसू के विधायक भाजपा में ठौर तलाश सकते हैं.
वहीं भाजपा के कुछ विक्षुब्ध इधर-उधर हो सकते हैं. लोकसभा चुनाव में भाजपा छोड़ दूसरे दलों को मिली करारी शिकस्त के बाद खलबली मची है. हार का ठीकरा दलों के अंदर एक दूसरे पर फोड़े जा रहे हैं. मोदी लहर ने दूसरे दलों के विधायकों के होश उड़ा दिये हैं.
झाविमो के विधायकों को लेकर है चर्चा
झाविमो के अंदर कई विधायकों के पाला बदलने की चर्चा है. धनबाद जिला से दो विधायकों पर भाजपा की नजर है. सुर्खियों में रहनेवाले झाविमो के एक विधायक पार्टी से नाराज चल रहे हैं. इनका कहना है कि पार्टी ने बुरे समय में इनका साथ नहीं दिया. वहीं एक बुजुर्ग विधायक को भी नमो लहर सता रहा है. दूसरी ओर कोल्हान प्रमंडल के एक विधायक के भी इधर-उधर होने की चर्चा है. राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि इन विधायकों की भाजपा से नजदिकियां बढ़ी हैं.
आजसू का एक विधायक भाजपा नेताओं के संपर्क में
आजसू के एक विधायक भी भाजपा नेताओं के संपर्क में हैं. सूत्रों के अनुसार चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो सकते हैं. इनका मन-मिजाज आजसू में नहीं लग रहा है. लोकसभा चुनाव में विधायक ने अपना वोट बैंक भी भांप लिया है.