रंगदारी नहीं देने पर की गयी थी रंजीत की हत्या

धनबाद के झाविमो युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष थे रंजीत कुमार रांची : धनबाद के झाविमो युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष रंजीत कुमार सिंह की हत्या की सीआइडी जांच में यह बात सामने आयी है कि कोयला लोडिंग के बदले अपराधियाें ने उनसे रंगदारी मांगी थी. रंगदारी मांगनेवाले ने खुद को गैंग्स ऑफ वासेपुर का डी खान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 25, 2018 3:46 AM

धनबाद के झाविमो युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष थे रंजीत कुमार

रांची : धनबाद के झाविमो युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष रंजीत कुमार सिंह की हत्या की सीआइडी जांच में यह बात सामने आयी है कि कोयला लोडिंग के बदले अपराधियाें ने उनसे रंगदारी मांगी थी. रंगदारी मांगनेवाले ने खुद को गैंग्स ऑफ वासेपुर का डी खान बताया था. यह रंगदारी रंजीत की हत्या के करीब आठ दिनों पहले मांगी गयी थी. लेकिन रंजीत ने अपराधियों की डिमांड पूरी नहीं की. इस वजह से अपराधियों ने अपना खौफ कायम करने के लिए उन्हें गोलियों से छलनी कर दिया. जांच में यह बात भी सामने आयी है कि धनबाद के सिंह मेंशन परिवार से भी रंजीत का संपर्क था. जांच में यह बात भी उजागर हुई है कि डी खान गैंग्स ऑफ वासेपुर का सरगना फहीम खान का भतीजा प्रिंस खान की टीम का हिस्सा है.
सीआइडी जांच
धनबाद के गैंग्स ऑफ वासेपुर के नाम से डी खान ने रंजीत को फोन कर मांगी थी रंगदारी
हत्या से आठ दिन पहले मांगी गयी थी रंगदारी, रंजीत का सिंह मेंशन परिवार से था संपर्क
कुसुंडा रेलवे साइडिंग से कोयला लोडिंग का काम करते थे रंजीत सिंह
कुसुंडा साइडिंग में लोडिंग का मिला था काम
धनबाद में पहले कुसुंडा रेलवे साइडिंग था. यहां पर गुरुपाल सिंह साइडिंग का काम देखते थे. लेकिन धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन बंद होने से कुसुंडा रेलवे साइडिंग को बंद कर दिया गया था. बाद में कुसुंडा में ही नया रेलवे साइडिंग चालू हुआ. यहां पर कोयला लोडिंग का ठेका रंजीत सिंह को मिला था. इसके बाद से ही गोधर के राजेश चौहान व बिट्टू रवानी सहित कुछ और अपराधी द्वारा उन पर रंगदारी के लिए दबाव बनाया जा रहा था. जब काम नहीं बना, तो गैंग्स ऑफ वासेपुर का प्रिंस खान एंड ब्रदर्स ग्रुप सामने आया. इसके बाद डी खान ने फोन कर रंजीत से रंगदारी मांगी थी.

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