10 हजार सिम के मामले में एटीएस को नहीं मिला साक्ष्य

रांची : एटीएस को राजधानी से मिले दस हजार सिम और मॉडम मिलने के मामले में वन टेक्सटेल और सिम उपलब्ध करानेवाली कंपनी के खिलाफ ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला, जिससे उन पर आपराधिक मामला बने. शुक्रवार को दोनों ही कंपनियों के प्रतिनिधियों ने एटीएस के समक्ष दस्तावेज प्रस्तुत किये. इधर शुक्रवार की देर शाम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 27, 2018 12:53 AM
रांची : एटीएस को राजधानी से मिले दस हजार सिम और मॉडम मिलने के मामले में वन टेक्सटेल और सिम उपलब्ध करानेवाली कंपनी के खिलाफ ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला, जिससे उन पर आपराधिक मामला बने. शुक्रवार को दोनों ही कंपनियों के प्रतिनिधियों ने एटीएस के समक्ष दस्तावेज प्रस्तुत किये.
इधर शुक्रवार की देर शाम कांके और कांटाटोली से िपछले िदन हिरासत में लिये गये दोनों युवकों को छोड़ िदया गया. दस्तावेज के मुताबिक वन टेक्सटेल कंपनी थोक में मैसेज करने के लिए दूरसंचार विभाग से निबंधित होने का प्रमाण पत्र पेश िकया.
इधर िसम कार्ड उपलब्ध करानेवाली कंपनी ने 10 हजार पोस्ट पेड सिम को लेकर हुए एकरारनामे को प्रस्तुत किया. जांच में एटीएस ने पाया कि संबंधित कंपनियों के दस्तावेज सही हैं.
  • वन टेक्सटेल कंपनी दूरसंचार विभाग से है निबंधित
  • 10 हजार पोस्टपैड सिम के वैद्य कागजात किये प्रस्तुत
खुफिया सूचना पर हुई थी कार्रवाई
बता दें कि खुफिया विभाग को सूचना मिली थी कि रांची में दूरसंचार नियमों की अनदेखी कर गलत तरीके से विदेशी कॉल को लोकल कॉल में डायवर्ट कर बात कराया जाता है. वहीं सांप्रदायिक माहौल को खराब करने के लिए थोक में मैसेज किये जाते हैं. हालांकि जांच में इस बात की पुष्टि नहीं हुई.
एटीएस ने दूरसंचार विभाग को लिखा पत्र
इधर एटीएस ने दूरसंचार विभाग को पत्र लिखा है कि वे अपने स्तर से इस बात को देखे कि जिन शर्तों पर इन कंपनियों को लाइसेंस दिया गया है, वे इसका पालन कर रहे हैं अथवा नहीं. एटीएस के सामने दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए वन टेक्सटेल कंपनी के प्रतिनिधि नोयडा से और संबंधित मोबाइल कंपनी के प्रतिनिधि पटना से रांची के राजा रानी कोठी स्थित एटीएस के अफसरों के समक्ष उपस्थित हुए थे.

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