हजारीबाग/रामगढ़ : झारखंड के रामगढ़-पतरातू वन प्रमंडल के रेंजर मोहन मिश्रा, फॉरेस्टर परमानंद रजक और कंप्यूटर ऑपरेटर दीपक राणा को 14 हजार रुपये घूस लेते एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. जब्त राशि और पकड़े गये आरोपियों के हाथ की जांच की गयी,तो घूस लेने का आरोप सही पाया गया.
इंस्पेक्टर इंदुभूषण ओझा ने बताया कि पतरातू वन प्रमंडल से 43 हजार घन फीट लकड़ी की कटाई और ढुलाई पर प्रति ट्रक 7,000 रुपये की मांग तीनों आरोपियों ने संवेदक से की थी.
लकड़ी की ढुलाई पतरातू से हजारीबाग वन डिपो में करना था. संवेदक का नाम वीरेंद्र कुमार है, जो इचाक के रहने वाले हैं. 43 हजार घन फीट लकड़ी की ढुलाई में 300 ट्रकों का इस्तेमाल होता.
रेंजर मोहन मिश्रा, फॉरेस्टर परमानंद रजक एवं कंप्यूटर ऑपरेट दीपक राणा प्रति ट्रक सात हजार रुपये रिश्वत मांग रहे थे. रिश्वत की कुल राशि 21 लाख रुपये बनी.
वीरेंद्र कुमार ने परेशान होकर इसकी शिकायत 31 अक्तूबर को एसीबी कार्यालय हजारीबागमेंकर दी. इंस्पेक्टर विजय सिंह ने मामले की जांच की.
जांच में संवेदक के आरोप सही पाये गये. शुक्रवार को डीएसपी राहुल बड़ाईक के नेतृत्व में एसीबी की एक टीम गठित की गयी. इसमें इंस्पेक्टर इंदुभूषण ओझा, अवधेश सिंह, विजय सिंह एवं आनंद झा को शामिल किया गया.
वन कर्यालय पतरातू में वीरेंद्र दो ट्रक लकड़ी की ढुलाई के एवज में 14 हजार रुपये घूस दे रहा था. इसी दौरान एसीबी की टीम ने धावा बोलकर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.