कांग्रेस ने सरकार पर बनाया दबाव, कहा अगस्त तक काम करके दिखायें

रांची: राज्य सरकार पर टाइम फ्रेम में काम करने का दबाव बन रहा है. सरकार में शामिल कांग्रेस फिलहाल सरकार के कामकाज से संतुष्ट नहीं है. कांग्रेस का मानना है कि सरकार का काम धरातल पर नहीं दिख रहा है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 14, 2014 7:52 AM

रांची: राज्य सरकार पर टाइम फ्रेम में काम करने का दबाव बन रहा है. सरकार में शामिल कांग्रेस फिलहाल सरकार के कामकाज से संतुष्ट नहीं है. कांग्रेस का मानना है कि सरकार का काम धरातल पर नहीं दिख रहा है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कर सरकार के कामकाज पर चर्चा की. श्री भगत का साफ कहना था कि अगस्त तक सरकार को ठोस निर्णय लेने होंगे.

विधानसभा चुनाव में समय नहीं बचा है, ऐसे में जनता के बीच सरकार के काम का संदेश जाना चाहिए. तेजी से काम करने की जरूरत है. इस पर बातचीत करते हुए प्रदेश अध्यक्ष श्री भगत ने कहा कि हमने मुख्यमंत्री से टाइम फ्रेम के अंदर काम करने की बात कही है. विकास योजनाओं का लाभ आम लोगों तक पहुंचना चाहिए. श्री भगत ने कहा कि हमने मुख्यमंत्री के साथ कई पहलुओं पर बात की है. घटक दलों के बीच समन्वय स्थापित करने पर भी चर्चा हुई है.

मंत्रियों को भी काम में दिखानी होगी तेजी

प्रदेश अध्यक्ष श्री भगत के साथ मुलाकात में मुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी पार्टी के मंत्रियों को भी सहयोग करने को कहें. मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक को लेकर कांग्रेस के कुछ मंत्रियों ने सवाल उठाये थे. मुख्यमंत्री का कहना था कि यह सरकार के लिए सही नहीं है. समय-समय पर काम का रिव्यू होना चाहिए. मुख्यमंत्री का कहना था कि मंत्रियों को भी काम में तेजी दिखाने की जरूरत है. इसमें मंत्रियों को भी परफॉर्म करना होगा.

मंत्रियों के साथ बैठक कर सकते हैं आला नेता

सूचना के मुताबिक प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश पार्टी के मंत्रियों के साथ बैठक कर सकते हैं. पार्टी के मंत्रियों को नये सिरे से टास्क मिल सकते हैं. अपने-अपने विभागों में जनहित के काम में तेजी लाने को कहा जा सकता है. इन मंत्रियों के कामकाज का लेखा-जोखा भी केंद्रीय नेता मांग सकते हैं. 17 जून को पार्टी के दोनों नेता प्रदेश कांग्रेस द्वारा आयोजित चिंतन शिविर में हिस्सा लेने पहुंचेंगे. इसके बाद वे मंत्रियों के साथ बैठक कर सकते हैं.

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