पत्नी व ससुरालवालों पर लगाया 16 महीने के बेटे की हत्या का आरोप, शिकायत दर्ज

रांची : रामगढ़ के चितरपुर निवासी शकील अहमद ने एक साजिश के तहत अपने 16 महीने के बेटे की हत्या का आरोप पत्नी और ससुराल के अन्य सदस्यों पर लगाया है. मामले में उन्होंने शनिवार को कोतवाली थाना में शिकायत दर्ज करायी है. इसके आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की दी है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 25, 2018 1:19 AM
रांची : रामगढ़ के चितरपुर निवासी शकील अहमद ने एक साजिश के तहत अपने 16 महीने के बेटे की हत्या का आरोप पत्नी और ससुराल के अन्य सदस्यों पर लगाया है. मामले में उन्होंने शनिवार को कोतवाली थाना में शिकायत दर्ज करायी है. इसके आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की दी है.
शकील अहमद ने पुलिस को बताया है कि उसकी शादी चितरपुर थाना क्षेत्र निवासी एक युवती के साथ आठ नवंबर 2016 को हुई थी. शादी के बाद उनके घर एक लड़के का जन्म हुआ. शिकायत में उन्होंने आगे बताया कि शादी के बाद उसकी पत्नी का मामा उनके घर में बराबर आता था. वह भी मार्केटिंग के काम से अक्सर बाहर रहते थे.
इसलिए कभी उनकी नजर अपनी पत्नी के मामा पर नहीं पड़ी. शादी के छह माह बाद शकील अहमद के छोटे भाई और पत्नी की नजर शकील अहमद की पत्नी के मामले पर पड़ी. तब दोनों ने इसकी जानकारी फोन पर शकील अहमद को दी. इसे लेकर दोनों परिवार के बीच विवाद हुआ.
इसके बाद शकील अहमद अपनी पत्नी को अलग से किराये के मकान में रखने लगा. किराये के घर पर जाने के ठीक एक हफ्ते के बाद शकील अहमद की पत्नी का मामा किराये के घर में भी पहुंच गया. जब शकील अहमद ने इसकी शिकायत अपने ससुरालवालों से की, तब ससुराल वाले उसे धमकी देकर उसकी पत्नी और बेटे को अपने साथ ले गये.
शकील अहमद ने पुलिस को बताया कि वह अपने पत्नी के मामा के खिलाफ रामगढ़ कोर्ट में एडल्ट्री का केस दर्ज करवा चुके हैं. इसलिए इस बात पर आशंका है कि बेटा उसका नहीं था. बल्कि बेटा उसकी पत्नी के मामा का था. इसलिए वह अपने बेटे की डीएनए जांच कराने के लिए अपने ससुराल वालों से कहता था. शकील अहमद के अनुसार एडल्ट्री के केस के चार दिन बाद उसकी पत्नी ने शकील अहमद और उसके परिवार के खिलाफ प्रताड़ना का केस दर्ज कराया, जिसमें उसके परिवारवाले जमानत पर हैं और केस को स्टे कर दिया गया है.
बच्चा जन्म लेने के बाद स्वस्थ था. इस बीच एक नवंबर 2018 को लेकिन मुहल्ले वालों ने शकील अहमद से पूछा कि तुम अपने बेटे की मिट्टी पर नहीं आये. तब शकील अहमद को पता चला कि उसके बेटे को 29 अक्तूबर 2018 को रानी चिल्ड्रेन अस्पताल में इलाज के लिए भरती कराया गया था, जहां उसकी मौत 31 अक्तूबर को गयी.
शकील अहमद ने आगे अपनी शिकायत में लिखा है कि उसे पूरा यकीन है कि उसकी पत्नी, ससुर सहित ससुराल के अन्य लोगों ने मिल कर उसके बेटे को मार दिया है. इसलिए मामले में सभी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाये.

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