हथियार बंद अपराधियों ने कोल साइडिंग में मचाया उत्पात, पहरेदारों को डंडे से पीटा, तीन मोटरसाइकिलों को फूंका
बारियातू (लातेहार) : अमरवाडीह पंचायत अंतर्गत फुलबसिया-चेडरा रेलवे स्टेशन स्थित कोल साइडिंग परिसर में शुक्रवार की देर रात हथियारबंद अपराधियों ने जम कर उत्पात मचाया. यहां कार्यरत करीब दर्जन भर रात्रि प्रहरियों को डंडे से पीटा. स्टेशन के लिए बने एक रूम में बंद कर दिया. भवन परिसर में खड़ी तीन बाइक को आग के […]
बारियातू (लातेहार) : अमरवाडीह पंचायत अंतर्गत फुलबसिया-चेडरा रेलवे स्टेशन स्थित कोल साइडिंग परिसर में शुक्रवार की देर रात हथियारबंद अपराधियों ने जम कर उत्पात मचाया. यहां कार्यरत करीब दर्जन भर रात्रि प्रहरियों को डंडे से पीटा. स्टेशन के लिए बने एक रूम में बंद कर दिया. भवन परिसर में खड़ी तीन बाइक को आग के हवाले कर दिया.
सूचना पाकर बालूमाथ थाना प्रभारी सनोज चौधरी के नेतृत्व में अमरवाडीह कैंप के जवान घटनास्थल पहुंचे और मामले की पड़ताल की. पुलिस ने पिटाई में घायल लोगों से जानकारी प्राप्त की. घटना के संबंध में रात्रि प्रहरी पनू गंझू, अर्जुन गंझू, अशोक उरांव, सुरेश गंझू, प्रीतम गंझू समेत अन्य ने बताया कि रात करीब 12:30 बजे सभी भवन में सो रहे थे. तभी चार-पांच हथियारबंद लोग पहुंचे. सभी जैकेट और शॉल में थे. वे चालान काटने वाले कर्मी को ढूंढ रहे थे. संतोषजनक उत्तर नहीं मिलने पर मौके पर मौजूद लोगों की डंडों से पिटाई की और एक कमरे में बंद कर दिया. जबकि पास में खड़ी तीन बाइक में पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी.
कर्मियों ने बताया कि अपराधियों ने बगैर बातचीत के काम नहीं करने की धमकी भी दी है. कर्मियों, चालक-उपचालक समेत अन्य लोगों से करीब तीन दर्जन मोबाइल लूट कर ले गये. जाते-जाते फायरिंग भी की है.
खिड़की के शीशे को तोड़ कर बाहर निकले
लोगों ने बताया कि बाइक के धुएं से उनका दम घूंट रहा था. अपराधियों के जाने के बाद सभी खिड़की में लगे शीशे को तोड़ कर बाहर निकले. सुरेश के बायें हाथ में 15 टांके लगे हैं. घटना के संबंध में बालूमाथ एसडीपीओ नितिन खंडेलवाल ने कहा कि अपराधी किस्म के लोगों ने घटना को अंजाम दिया है. एक सफेद कागज बरामद किया गया है. इसमें कोयला का काम करनेवालों को पहले बात फिर काम करने की बात लिखी गयी है. किसी संगठन का नाम नहीं है. पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है. जल्द ही मामले का उद्भेदन कर लिया जायेगा.
दो बाइक जली
स्टेशन भवन में रात्रि प्रहरियों की तीन बाइक खड़ी थी. इनमें पनू गंझू की जेएच13ए-9301 व सोमनाथ गंझू की बाइक जेएच13बी-5863 पूरी तरह जलकर खाक हो गयी. जबकि एक अन्य बाइक जेएच13बीएम-3017 जलने से बच गयी. घटना के बाद से रात्रि प्रहरी काफी दहशत में हैं. उक्त कोल साइडिंग में सीसीएल, नोभा, जेवीके व रोसा पावर कंपनी का काम राजेंद्र प्रसाद साहू, महेंद्र गंझू, चेतलाल रामदास, मो मुज्जमिल व मुकेश सिंह की देखरेख में हो रहा है.
अब तक यहां से चार रैक कोयला अन्यत्र भेज दिया गया है. पांचवां रैक घटना के दौरान स्टेशन परिसर में खड़ा था. कोयला शिफ्ट किया जा रहा था. स्थानीय ग्रामीणों ने सीसीएल की मगध-आम्रपाली कंपनी पर बगैर सुविधा के यहां से कोल ट्रांसपोर्ट कार्य कराने का आरोप लगाया.
टीओपी बनने के बाद दूसरी बड़ी घटना
प्रखंड निर्माण के बाद से यहां कोई पिकेट नहीं था. बालूमाथ थाना से दूर स्थित होने के कारण इसी वर्ष एक अक्तूबर को टीओपी स्थापित किया गया था. टीओपी बनने के बाद लोगों को लगा कि घटना पर अंकुश लगेगा. 23 नवंबर को लेबराही-जावाबार पुल निर्माण में लगी जेसीबी को अज्ञात लोगों ने आग के हवाले कर दिया था. वहीं 30 नंवबर की रात फुलबसिया रेलवे स्टेशन परिसर साइडिंग में बाइक जलायी व कर्मियों के साथ मारपीट की थी.