रांची: निगरानी ब्यूरो की टीम ने शुक्रवार को देवघर के करौं अंचल कार्यालय में पदस्थापित अभियंता उमेश प्रसाद सिंह को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया. अभियंता कूप निर्माण के लिए बिल तैयार करने के एवज में मामूली राणा से रिश्वत मांगी थी. यह जानकारी शुक्रवार को निगरानी एसपी विपुल शुक्ला ने दी.
निगरानी एसपी ने बताया कि मामूली राणा को मनरेगा योजना के तहत सिंचाई कूप निर्माण के लिए और शेष राशि की निकासी के लिए अभियंता से बिल तैयार कराना था. इसी के बदले उनसे पैसे मांगे गये थे. इसके बाद मामले की शिकायत निगरानी ब्यूरो से की गयी. जांच में आरोप सही पाया गया. शुक्रवार को निगरानी एडीजी नीरज सिन्हा के निर्देश पर निगरानी की टीम डीएसपी सुरेंद्र सलकर और विशेष दंडाधिकारी राजीव रंजन के नेतृत्व में करौं प्रखंड सह अंचल कार्यालय पहुंची, जहां मामूली राणा से 10 हजार रुपये रिश्वत लेते अभियंता उमेश प्रसाद सिंह को रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया.
ट्रैप राशि वापस होगी: निगरानी एसपी विपुल शुक्ला ने बताया कि वर्ष 2001 से पांच जुलाई 2013 के बीच जिन लोगों ने सरकारी कर्मचारियों को पकड़वाने के लिए ट्रैप राशि दी थी, उस राशि की निकासी निगरानी ब्यूरो द्वारा शीघ्र की जा रही है.