झारखंड: कमाने गयीं गुमला की 52 बेटियां लापता,ढूढ़ने की पहल

उपायुक्त वीणा श्रीवास्तव व एसपी भीमसेन टूटी ने की ढूढ़ने की पहल, लड़कियों के परिजनों से सीधी बात की गुमला : पालकोट प्रखंड का बंगरू गांव अपनी 52 बेटियों का इंतजार कर रहा है. सभी लड़कियां लापता हैं. परिजन इन्हें खोज रहे हैं. इसमें कोई एक साल तो कोई 10 से 15 साल से लापता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 23, 2014 5:10 AM

उपायुक्त वीणा श्रीवास्तव व एसपी भीमसेन टूटी ने की ढूढ़ने की पहल, लड़कियों के परिजनों से सीधी बात की

गुमला : पालकोट प्रखंड का बंगरू गांव अपनी 52 बेटियों का इंतजार कर रहा है. सभी लड़कियां लापता हैं. परिजन इन्हें खोज रहे हैं. इसमें कोई एक साल तो कोई 10 से 15 साल से लापता है. सभी लड़कियों की उम्र 15 से 25 साल है. जब प्रशासन को इसकी जानकारी मिली, तो गुमला जिले के वरीय अधिकारियों ने गांव का दौरा किया. लड़कियां क्यों लापता हुई हैं.

परिजनों से मिल कर इसके कारण पूछे. उपायुक्त वीणा श्रीवास्तव व एसपी भीमसेन टूटी ने स्वयं लापता लड़कियों के परिजनों से सीधी बात की. लड़कियों के लापता होने के जो कारण प्रशासन के सामने आये हैं, वह चौंकाने वाले हैं. लापता सुषमा कुमारी की मां भोंदी खड़िया ने बताया कि गरीबी के कारण उसकी बेटी को बाहर कमाने के लिए जाना पड़ा. कहती है सुषमा अभी मध्य प्रदेश के सतना में है.

लेकिन उसे वापस लाने की कोई व्यवस्था नहीं है. सुकरमनी देवी ने बताया कि उसकी बेटी सुनीता कुमारी एक साल पहले दिल्ली चली गयी. उसके पति नहीं है. तीन एकड़ जमीन है. घर में खेती करनेवाला कोई नहीं है. इसलिए सुनीता कमाने दिल्ली गयी है. विमला देवी की बेटी लुलीप कुमारी, जीरेय देवी की बेटी सरोज कुमारी व प्रभु तिर्की की बेटी माधुरी तिर्की लापता हैं. इन लोगों ने डीसी व एसपी से मिल कर बेटियों को सकुशल वापस लाने की गुहार लगाया है.

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