चपरासी ने किया चार वर्षीय बच्ची से दुष्कर्म

आक्रोशित लोगों ने किया पुलिस के हवाले स्कूल प्रबंधन घटना को दबाने की कोशिश में अभिभावक ने टीएमसी जिलाध्यक्ष को दी जानकारी, तब हुई कार्रवाई मिहिजाम : मोथोडिस्ट चर्च स्कूल के चपरासी ने एक चार वर्षीय छात्र को अपने हवस का शिकार बनाया. इंसानियत को कलंकित करनेवाला यह मामला 26 जून की है. घटना के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 2, 2014 4:47 AM

आक्रोशित लोगों ने किया पुलिस के हवाले

स्कूल प्रबंधन घटना को दबाने की कोशिश में

अभिभावक ने टीएमसी जिलाध्यक्ष को दी जानकारी, तब हुई कार्रवाई

मिहिजाम : मोथोडिस्ट चर्च स्कूल के चपरासी ने एक चार वर्षीय छात्र को अपने हवस का शिकार बनाया. इंसानियत को कलंकित करनेवाला यह मामला 26 जून की है. घटना के छह दिन बीत जाने के बाद भी स्कूल प्रबंधन ने मामले को दबाने की भरपूर कोशिश की. जनप्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों की पहल के बाद आरोपी पुलिस गिरफ्त में पहुंचा. इसके बाद पीड़ित बच्ची को पुलिस ने मंगलवार को आसनसोल के महकमा अस्पताल में जांच के लिए भेजा.

आरोपित को जम कर पीटा : चितरंजन थाना अंतर्गत सिमजोरी इलाके में घटी घटना में पीड़िता की मां ने बताया कि उसे शक हुआ तो उसने बच्ची से सारी बातें पूछी. मामले का खुलासा होने के बाद आक्रोशित लोगों ने मंगलवार को आरोपी की जम कर धुनाई कर दी और फिर उसे पुलिस के हवाले कर दिया.

प्रधानाचार्य ने नहीं उठाया कोई कदम: इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने मामले में चुप्पी साधे रखी. मामले की जानकारी होने के बाद पीड़िता के अभिभावक ने कई बार विद्यालय के प्रधानाचार्य को घटना की जानकारी दी, लेकिन बताया जा रहा है कि प्रधानाचार्य ने आज तक कोई कदम नहीं उठाया.

जनप्रतिनिधियों का लिया सहारा: इसके बाद पीड़िता के अभिभावक ने महिला तृणमूल व तृणमूल कांग्रेस के चित्तरंजन जिलाध्यक्ष श्यामल गोप को घटना की जानकारी दी.

मंगलवार को कई अभिभावकों व पार्टी कार्यकर्ताओं ने विद्यालय पहुंच कर प्रधानाचार्य से जवाब-तलब किया. पुलिस को घटना की सूचना मिलते ही आरोपित समीर बाउरी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. मामले में पुलिस ने प्रधानाचार्य रंजना कश्यप को हिरासत में लेकर पूछताछ की है.

पहले भी हो चुकी है ऐसी घटनाएं

स्थानीय लोगों ने बताया कि उनके बच्चों के साथ भी इस तरह के वारदात हुए है. लेकिन लोक-लाज के कारण मुंह नहीं खोला. यह घटना क्षेत्र में चर्चा की विषय बना हुआ है. लोगों ने स्कूल में किसी स्टाफ को रखने से पूर्व उसके चरित्र आदि की परख कर के ही विद्यालय में रखने की मांग की है.

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