दुमका : असम के बड़े छात्र नेता बास्को चरमाको की हत्या के मामले में सीबीआइ की टीम ने दुमका के कड़हलबिल मुहल्ले से प्रतिबंधित रहे संगठन आदिवासी कोबरा मिलिट्री ऑफ असम के डिप्टी कमांडर इन चीफ चुनका हांसदा को गिरफ्तार किया है. सीबीआइ को उसकी तलाश लगभग दो साल से थी. बास्को चरमाको ऑल आदिवासी स्टुडेंट एसोसिएशन ऑफ असम (आशा) के अध्यक्ष थे. 22 फरवरी 2011 को असम के कोकराझार जिले के जैकबपुर इलाके में उन्हें बाइक सवार दो हथियारबंद युवकों ने एक-47 से गोली मार दी थी. उस वारदात में बास्को चरमाको की पत्नी रोजबेला टुडू और ससुर ए टुडू बाल-बाल बच गये थे.
इस मामले की जांच सीबीआइ की टीम कर रही थी. मामले में चुनका हांसदा का नाम सामने आया था और उसके खिलाफ गैर जमानतीय वारंट आरसी/3ए/2012-जीडब्ल्यूएच जारी किया गया था.
पिछले 8 साल से था दुमका आना-जाना : चुनका हांसदा ने 2006 में दुमका जिले के कड़हरबिल बस्ती में अपना घर बनाया. घर बनाने के बाद उसने कभी अपने परिवार को यहां नहीं लाया. अक्सर वह खुद ही इस घर में आना-जाना करता था.
कोकराझार के गोसायंगांव का है निवासी : 41 वर्षीय चुनका हांसदा मूल रूप से असम के कोकराझार जिले के श्रीरामपुर जिले के गोसायंगांव का रहनेवाला है. कड़हरबिल बस्ती में उसकी पहचान असम के दबंग किस्म के शख्स के रूप में थी.
चरमाको भी गोसायगांव का ही था रहनेवाला : मिली जानकारी के मुताबिक ऑल आदिवासी स्टुडेंट एसोसियेशन ऑफ असम के अध्यक्ष बास्को चरमाको भी गोसाय गांव के ही रहनेवाला था. उनकी हत्या तब हुई थी, जब वे अपनी वाहन से ससुराल से वापस घर लौट रहे थे. असम में इसे आरंभिक दौर से ही ‘राजनीतिक हत्या’ माना जा रहा था. लिहाजा जांच का जिम्मा सीबीआइ को सौंपा गया था.