लोहरदगा के आठ लोगों को गाजीपुर के ईंट भट्ठा में बंधक बना कराया जाता था काम

रांची : उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के सैदपुर थाना क्षेत्र स्थित ईंट भट्ठा में लोहरदगा की आठ महिला-पुरुष को बंधक बनाकर बंधुआ मजदूरी करायी जाती थी. काम छोड़ कर घर लौटने की बात कहने पर ईंट भट्ठा का मालिक उन्हें जाने से मारने की धमकी देता था. मुक्त कराये गये लोगों द्वारा गाजीपुर के श्रम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 29, 2019 1:05 AM

रांची : उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के सैदपुर थाना क्षेत्र स्थित ईंट भट्ठा में लोहरदगा की आठ महिला-पुरुष को बंधक बनाकर बंधुआ मजदूरी करायी जाती थी. काम छोड़ कर घर लौटने की बात कहने पर ईंट भट्ठा का मालिक उन्हें जाने से मारने की धमकी देता था. मुक्त कराये गये लोगों द्वारा गाजीपुर के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी के समक्ष दिये गये बयान से इस बात की पुष्टि होती है.

सभी के पुनर्वास के लिए सैदपुर के एसडीएम ने उन्हें बंधुआ मजदूरी से मुक्त कराये जाने का प्रमाण पत्र दे दिया है, ताकि उन्हें इसका लाभ मिल सके. लोहरदगा के किस्को दरभंगा टोली निवासी मंगरो उराइन का गाजीपुर के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी ने बयान लिया है.
उसने अपने बयान में जानकारी दी है कि वह भीम सिंह यादव के शांति ईंट भट्ठे में पिछले कई वर्षों से काम करती थी. ईंट भट्ठा का मालिक उसे कहीं आने-जाने नहीं देता था. उसे डरा-धमका कर रखा जाता था. उसके साथ मारपीट की जाती थी. मालिक उसे कहता था कि काम छोड़ कर जाओगी, तो जान से मार देंगे.
वहीं दूसरी ओर लोहरदगा के सिकेंदर ने अपने बयान में कहा है कि वह अपनी पत्नी के साथ ईंट भट्ठा में काम करता था. ईंट भट्ठा का मालिक उन्हें कहीं आने-जाने नहीं देता था. मालिक उन्हें डरा-धमका कर रखता था और मारपीट करता था. काम छोड़कर जाने की बात कहने पर मालिक उन्हें जान से मारने की धमकी देता था.
जानकारी के अनुसार ईंट भट्ठा से 25 मई को कई लोगों को मुक्त कराया गया था. छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में अवैध शराब और एक राइफल मिला था. इस ईंट भट्ठा से लोहरदगा के महिला-पुरुष सहित आठ लोगों को मुक्त कराया गया था. महिला-पुरुष के पांच बच्चे भी उनके साथ ईंट भट्ठा में ही रहते थे.
ज्यादती
मुक्त कराये गये लोगों के बयान से हुई बंधक बनाकर काम कराये जाने की पुष्टि
काम छोड़कर जाने पर ईंट भट्ठा का मालिक देता था जान से मारने की धमकी
मुक्त लोगों के पुनर्वास के लिए एसडीएम ने जारी किया बंधुआ मजदूरी से मुक्ति का प्रमाणपत्र

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