बड़ा खुलासा: लंदन एयरपोर्ट पर बम विस्फोट में मारे गये डॉ काफिल के संपर्क में था अलकायदा आतंकी कलीमुद्दीन

श्याम झामानगो निवासी अलकायदा का संदिग्ध आतंकी ने पूछताछ में एटीएस के समक्ष किये कई खुलासेजमशेदपुर : मानगो आजादनगर रोड नंबर 12 (क्रॉस रोड 2 ए) निवासी व आतंकी संगठन अलकायदा का संदिग्ध आतंकी मौलाना कलीमुद्दीन ने एटीएस के समक्ष पूछताछ में कई खुलासे किये. कलीमुद्दीन ने एटीएस को बताया कि उसके दोस्त युसूफ का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 16, 2019 7:41 AM

श्याम झा
मानगो निवासी अलकायदा का संदिग्ध आतंकी ने पूछताछ में एटीएस के समक्ष किये कई खुलासे
जमशेदपुर :
मानगो आजादनगर रोड नंबर 12 (क्रॉस रोड 2 ए) निवासी व आतंकी संगठन अलकायदा का संदिग्ध आतंकी मौलाना कलीमुद्दीन ने एटीएस के समक्ष पूछताछ में कई खुलासे किये. कलीमुद्दीन ने एटीएस को बताया कि उसके दोस्त युसूफ का संबंध बेंगलुरु में कुरम (इलियासनगर), रिजवान (इलियासनगर), अनीस (शिवजीनगर), मौलाना अंजर शाह, आलम और सबिल से था. सबिल का भाई डॉक्टर काफिल लंदन में एयरपोर्ट पर बम विस्फोट में मारा गया था. इस दौरान सबिल जेल गया था. बाद में वह जेल से छूट गया. वर्ष 2007-08 में धातकीडीह निवासी अकरम मसूद (घाघीडीह जेल में बंद) और मो सामी (तिहाड़ जेल में बंद) के साथ मौलाना कटकी से उसकी मुलाकात हुई थी. कलीमुद्दीन ने बताया कि वर्ष 2013-14 में मानगो गांधी मैदान में जलसा का आयोजन किया गया था. उस जलसा में मौलाना कटकी द्वारा जिहाद की तकरीर करने पर लोगों द्वारा विरोध किया गया था. मौलाना कटकी जब बीमार पड़ा, तो अकरम मसूद उनसे मिलने कटक गया था.

कटकी से मिलते थे आसिफ लाला और गजाली
कलीमुद्दीन ने बताया, आसीफ लाला और गजाली मेरे घर पर ही मौलाना कटकी से मिला करते थे. बैठक की व्यवस्था मेरे द्वारा ही की जाती थी. ये लोग सभी जेहाद की बातें करते थे. बिलाल जेहादी वीडियो उपलब्ध कराता था, जिसे अन्य लोगों को दिखाया जाता था. वर्ष 2011 में कटकी ने अकरम मसूद को मेरे घर पर मिलवाया था. यहां अकरम मसूद ने कटकी से बोला कि मोहम्मद सामी जेहाद की ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान जाना चाहता है. बाद में मो. सामी और कटकी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. उसके बताने के आधार पर नसीम अख्तर उर्फ राजू और अब्दुल मसूद को गिरफ्तार किया गया. वे लोग ही हथियार की सप्लाई करते थे. मौलाना कटकी ने ही नसीम अख्तर उर्फ राजू को संगठन में हथियार सप्लाई की जिम्मेदारी सौंपी थी.

जमशेदपुर और रड़गांव में है घर व जमीन
मौलाना कलीमुद्दीन ने बताया, रड़गांव में उसका पैतृक घर है. यहां एक एकड़ से अधिक खेतीहर जमीन है. वहीं रड़गांव मस्जिद के सामने दो घर हैं. रड़गांव कब्रिस्तान के पास 24 डीसमील खेतिहर जमीन है. इसके अलावा मानगो जवाहरनगर रोड नंबर 12 में भी घर है. मदरसा के नाम से यूनियन बैंक में खाता है, जबकि दूसरा खाता आईडीबीआई बैंक साकची में पत्नी के नाम से है.

21 सितंबर को गिरफ्तार हुआ था मौलाना
कलीमद्दीन को एटीएस की टीम ने 21 सितंबर को टाटानगर स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया था. वह कोलकाता जाने की तैयारी में था. मौलाना कलीमुद्दीन को गिरफ्तार करने के बाद एटीएस की टीम उसे रांची ले गयी, यहां पूछताछ के बाद 22 सितंबर को कोर्ट में पेश कर उसे जेल भेज दिया गया. 24 सितंबर को एटीएस की टीम ने सात दिनों के रिमांड पर लिया था.

मौलाना के घर में रहता था चतरा का अबु सुफियान
मौलाना कलीम के मानगो जवाहरनगर रोड नंबर 12 स्थित घर में ही चतरा निवासी अबु सूफियान रहता था. इसकी पुष्टि खुद मौलाना कलीमुद्दीन ने एटीएस के समक्ष की है. उसने बताया है कि अबू सुफियान उसके घर में रहता था. उसके घर में ही अबू सुफियान और कटकी की मुलाकात हुई थी. अबू सूफियान और मो. सामी पाकिस्तान जाना चाहता था.दोनों जिहादी मानसिकता के थे. अबू सुफियान के पाकिस्तान जाने के बाद से कोई संपर्क नहीं है. मो. सामी को कटकी ने युसुफ से मिलवाया था. वर्ष 2012 में मो. कटकी जमशेदपुर आये थे तो मेरे घर पर ही युसुफ और साकिब से मिलकर जेहाद की योजना बनायी थी.

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