लूटी गयी कार से बिहार में करनेवाले थे शराब तस्करी

रांची : ओला कैब से कार बुकिंग कराने के बाद चौपारण घाटी में चालक से कार लूटने के मामले में सदर थाना पुलिस की टीम ने इंटर स्टेट गिरोह के चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार लोगों में मनोज कुमार ठाकुर, रामा शंकर सिंह, अमित कुमार और अमित कुमार सिंह शामिल हैं. पुलिस ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 25, 2019 12:35 AM

रांची : ओला कैब से कार बुकिंग कराने के बाद चौपारण घाटी में चालक से कार लूटने के मामले में सदर थाना पुलिस की टीम ने इंटर स्टेट गिरोह के चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार लोगों में मनोज कुमार ठाकुर, रामा शंकर सिंह, अमित कुमार और अमित कुमार सिंह शामिल हैं. पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर लूटी गयी कार बरामद कर ली है. गिरफ्तार लोगों में कार लूटने वाले से लेकर बेचवाने और खरीदने वाले भी शामिल हैं.

जानकारी के अनुसार 15 नवंबर को एक कस्टमर ने ओला ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से सासाराम जाने के लिए कार बुक किया था. लेकिन थोड़ी देर बाद उसने बुकिंग रद्द कर दी. दोबारा 16 नवंबर को उसी कस्टमर ने फोन करके सासाराम के लिए कार बुक कराया. कस्टमर के बताये अनुसार चालक अभिषेक पांडेय शाम को करीब पांच बजे बूटी मोड़ के पास कार लेकर पहुंचा.
वहां से कार में एक व्यक्ति को लेकर अभिषेक हजारीबाग पहुंचा. हजारीबाग स्टैंड में एक दूसरा व्यक्ति कार में सवार हुआ. इसके बाद अभिषेक वहां से दोनों को लेकर सासाराम के लिए रवाना हुआ. उसी दौरान रात करीब 1.30 बजे चौपारण व शेरघाटी के बीच में दोनों ने चालक को डरा-धमका कर गाड़ी से उतार दिया और कार लूटने के बाद वहां से भाग निकले.
वहां से लौटने के बाद अभिषेक की शिकायत पर 18 नवंबर को केस दर्ज कर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. मोबाइल नंबर के आधार पर पुलिस को आरोपियों के बारे में सुराग मिले.
पुलिस को पता चला कि अमित सिंह ने कार बुक कराया था. उसे कार बुकिंग के लिए हजारीबाग से फोन किया गया था. इसके बाद उसने अपने दोस्त मनोज कुमार ठाकुर को कांफ्रेस पर कार चालक से बात करायी. बूटी मोड़ से कार में बैठ कर मनोज ठाकुर हजारीबाग बस स्टैंड पहुंचा. वहां कार पर अमित कुमार सिंह सवार हो गया. इसके बाद दोनों कार से चौपारण घाटी पहुंचे और वहां चालक से कार लूट कर भाग निकले. दोनों ने रामा शंकर के माध्यम से सासाराम निवासी अमित को कार बेच दी.
कार का सौदा 90 हजार में तय हुआ था. दोनों को नकद 20 हजार और रामा शंकर सिंह को 65 हजार की शराब अमित सिंह ने दी थी, ताकि वे शराब बेचकर दोनों को रुपये का भुगतान कर दें. अमित कुमार ने कार को सासाराम के एक गैरेज में डेंट- पेंट के लिए दिया था. कार खरीदने और बेचनेवाले वाले दोनों शराब के अवैध कारोबार से जुड़े हैं. वे इस कार का प्रयोग बिहार राज्य में प्रतिबंधित शराब के अवैध कारोबार में करने वाले थे.

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