पीएलएफआइ ने एनोस को मदद की

गिरफ्तार उग्रवादी जेठा कच्छप ने पुलिस को बताया, लोकसभा चुनाव में सुरजीत सिंह रांची : पीएलएफआइ के गिरफ्तार जोनल कमांडर जेठा कच्छप ने अपने बयान में पुलिस को बताया है कि लोकसभा चुनाव में उसने टोकरी छाप चुनाव चिह्न्वाले प्रत्याशी की मदद की थी. उसने संगठन के निर्णय पर इस प्रत्याशी के पक्ष में काम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 7, 2014 5:36 AM

गिरफ्तार उग्रवादी जेठा कच्छप ने पुलिस को बताया, लोकसभा चुनाव में

सुरजीत सिंह

रांची : पीएलएफआइ के गिरफ्तार जोनल कमांडर जेठा कच्छप ने अपने बयान में पुलिस को बताया है कि लोकसभा चुनाव में उसने टोकरी छाप चुनाव चिह्न्वाले प्रत्याशी की मदद की थी. उसने संगठन के निर्णय पर इस प्रत्याशी के पक्ष में काम किया था.

टोकरी छाप चुनाव चिह्न्वाले प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने के लिए लोगों पर दबाव भी डाला था. उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव में खूंटी संसदीय क्षेत्र से टोकरी छाप (फल सहित) चुनाव चिह्न् झारखंड पार्टी के प्रत्याशी एनोस एक्का का था. चुनाव में उनकी हार हुई थी.

भूषण सिंह हत्याकांड में एक नेता भी : जेठा कच्छप ने पुलिस को बताया है कि उसने ही राजेश गोप और अन्य उग्रवादियों के साथ मिल कर लापुंग में भूषण सिंह की हत्या की थी.

लिस के एक सूत्र के मुताबिक जेठा ने पुलिस को बताया है कि भूषण सिंह की हत्या करने की योजना करीब 15 दिन पहले गड़ई स्कूल में बनायी गयी थी. उस समय पीएलएफआइ के सुप्रीमो दिनेश गोप के साथ एक नेता भी मौजूद था. फिर योजना के तहत भूषण सिंह के घर के पास के एक घर में वह (जेठा कच्छप) और राजेश गोप अपने सहयोगियों के साथ रहने लगा था. (लगातार तीन दिन तक चमरू उरांव के घर पर रहा. इस दौरान भूषण सिंह अपने घर के चबूतरे पर नहीं आया. चौथे दिन भूषण सिंह अपने घर के चबूतरे पर आया. उसे देखते ही उग्रवादी बाहर निकले और उसकी हत्या कर दी.

टोकरी छाप चुनाव चिह्न् के प्रत्याशी के लिए संगठन के निर्देश पर किया काम

उस प्रत्याशी के पक्ष में मतदान के लिए लोगों पर दबाव भी डाला था

पुलिस ने दर्ज की थी प्राथमिकी

चुनाव के दौरान मीडिया में यह खबर आयी थी कि पीएलएफआइ के उग्रवादी एक प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं. खूंटी संसदीय क्षेत्र से आप की प्रत्याशी दयामनी बारला ने एनोस के खिलाफ आयोग से शिकायत की थी. उन्होंने कर्रा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. आरोप लगाया था कि पीएलएफआइ के उग्रवादी एनोस के पक्ष में काम कर रहे हैं.

उनके कार्यकर्ताओं को रोका जा रहा है. कर्रा पुलिस ने पूर्व में एनोस के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी. इसमें आरोप लगाया गया था कि उन्होंने पीएलएफआइ के उग्रवादी राजकमल गोप को भगा दिया. दोनों एक ही गाड़ी पर सवार थे. पुलिस ने रामकमल गोप को पकड़ने के लिए जब गाड़ी रोकनी चाही, तो नहीं रुकी. सुपरविजन में पुलिस ने आरोप सही पाया है.

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