दो भाइयों की हत्या मामले में एक ही परिवार के छह को आजीवन कारावास

दुमका : प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश तौफिकुल हसन ने दो सहोदर भाई जिनमें से एक सेना में तो दूसरा पुलिस में था, उनकी हत्या करने के मामले में छह लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनायी है. रानीश्वर थाना क्षेत्र के रेशमा गांव में 10 जुलाई 2015 को बिहार पुलिस में पदस्थापित बुद्धिलाल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 10, 2020 4:36 AM

दुमका : प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश तौफिकुल हसन ने दो सहोदर भाई जिनमें से एक सेना में तो दूसरा पुलिस में था, उनकी हत्या करने के मामले में छह लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनायी है. रानीश्वर थाना क्षेत्र के रेशमा गांव में 10 जुलाई 2015 को बिहार पुलिस में पदस्थापित बुद्धिलाल मरांडी और उनके सहोदर भाई कार्ले मरांडी जो कश्मीर में सेना में तैनात था. उन पर जानलेवा हमला हुआ था और उन दोनों की इलाज के दौरान मौत हो गयी थी.

मामले में बुद्धिलाल की पत्नी सुहासिनी टुडू ने प्राथमिकी दर्ज करायी थी. उसने गांव के लाल मरांडी, उसकी पत्नी पकु बास्की, भाई नंदलाल मरांडी व मोहनलाल मरांडी, पिता शिबू मरांडी एवं मां मकलु हांसदा को नामजद आरोपी बनाया था. बिहार पुलिस में कार्यरत बुद्धिलाल 15 जून 2015 को अपने घर आये थे.
इसी बीच 10 जुलाई को वे दोपहर तीन बजे अपने गोतिया शिबू मरांडी के घर गये, जिनके साथ पूर्व से पारिवारिक जमीन विवाद चल रहा था. जैसे ही बुद्धिलाल वहां पहुंचे मोहन, नंदलाल व शिबू मरांडी घसीट कर उन्हें घर में ले गये और उनकी पिटाई करने लगे. भाई की पिटाई की बात सुनकर भाई कार्ले मरांडी भी वहां पहुंच गये. इसी बीच सुहासिनी की गोतनी हरिदासी बास्की भी वहां पहुंच गयी.
उसने देखा कि शिबू मरांडी के घर में सभी आरोपी मिलकर टांगी, रॉड, लाठी, डंडे से उसके पति बुद्धिलाल मरांडी और भैसुर कार्ले मरांडी पर प्रहार कर रहे हैं. जब दोनों ने आरोपियों को मना किया तो वे लोग जान मारने की बात बोलते हुए हमें भगा दिया. दोनों चौकीदार और ग्राम प्रधान से पति और भसुर के जान बचाने की गुहार लगायी.
गांव के लोग जब घटनास्थल पर पहुंचे तो देखा कि दोनों आंगन में गिरे हुए थे. उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रानीश्वर लाया गया. जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया. दस साल पहले इन्हीं आरोपियों ने दोनों के बड़े भाई स्वर्गीय शिशिर मरांडी से भी मारपीट की थी.
सेना में था कार्ले मरांडी, कश्मीर में था तैनात, दूसरा भाई बुद्धिलाल बिहार पुलिस में सिपाही था
पारिवारिक दुश्मनी में 10 जुलाई 2015 में कर दी गयी थी हत्या

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