रांची: रांची विवि प्रशासन ने वर्ष 2008 में झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) से नियुक्त व्याख्याताओं की सेवा संपुष्टि अब तक नहीं की है. इसमें अभी भी पेंच है. विवि प्रशासन ने भले ही कमेटी का गठन कर लिया हो, लेकिन व्याख्याता नियुक्ति में चल रही सीबीआइ जांच के कारण कमेटी भी सेवा संपुष्ट करने से हिचक रही है.
इनकी सेवा संपुष्टि में किसी प्रकार की रोक नहीं लगी है, लेकिन विवि के अधिकारी किसी प्रकार का जोखिम नहीं लेना चाह रहे हैं. राज्य के अन्य विवि में पहले ही इन शिक्षकों की सेवा संपुष्टि कर दी गयी है. सिर्फ रांची विवि में 351 शिक्षकों की सेवा संपुष्टि नहीं हो सकी है. रांची विवि में सेवा संपुष्टि करने का मामला आया, तो व्याख्याता नियुक्ति की जांच सीबीआइ के हवाले कर दी गयी. तब से लेकर अब तक यह मामला फंसा हुआ है.
विवि में इन शिक्षकों से सारे कागजात भी मंगा लिये गये हैं. अब कमेटी में सेवा संपुष्टि करने के मुद्दे पर सिर्फ चर्चा होने की संभावना है, अंतिम फैसला लेने की संभावना कम ही है. दूसरी ओर विवि में सेवा संपुष्ट होने से पूर्व ही कई शिक्षक, जो ग्रामीण इलाके में थे, उन्होंने अपना स्थानांतरण शहर के कॉलेजों में करा लिया है. अब शिक्षक अपनी सेवा संपुष्टि के लिए कई बार विवि प्रशासन से गुहार लगा चुके हैं. सेवा संपुष्ट नहीं होने से इन शिक्षकों को वर्तमान में ज्यादा हानि नहीं होगी, लेकिन आगे प्रोन्नति में दिक्कतें आ सकती हैं.