विक्षुब्ध गुट का भाजपा में विलय होगा
रांची/चास: झारखंड को इंद्रप्रस्थ बनाने का सपना देखा गया था, लेकिन गंठबंधन की अधिकांश सरकार ने राज्य को खांडवप्रस्थ बनाने का काम किया है. इसका खामियाजा राज्य की जनता भुगत रही है. इस राज्य को इंद्रप्रस्थ बनाने के लिए स्थायी सरकार बनाने की जरूरत है. यह भाजपा के नेतृत्व में ही हो सकता है. यह […]
रांची/चास: झारखंड को इंद्रप्रस्थ बनाने का सपना देखा गया था, लेकिन गंठबंधन की अधिकांश सरकार ने राज्य को खांडवप्रस्थ बनाने का काम किया है. इसका खामियाजा राज्य की जनता भुगत रही है. इस राज्य को इंद्रप्रस्थ बनाने के लिए स्थायी सरकार बनाने की जरूरत है. यह भाजपा के नेतृत्व में ही हो सकता है. यह कहना है बोकारो विधायक समरेश सिंह का. वह गुरुवार को झारखंड विकास मोरचा (विक्षुब्ध गुट) की हंस मंडप सेक्टर वन में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में बोल रहे थे. कहा : राज्य को विकसित बनाने के लिए स्थायी सरकार भाजपा के नेतृत्व में लाने की जरूरत है. इसलिए जेवीएम को भाजपा में विलय करने का फैसला लिया गया हैं. मोरचा के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने भाजपा में विलय करने का फैसला लिया.
भूत के साये में बाबूलाल : दुलाल
पूर्व मंत्री दुलाल भुइयां ने कहा : बाबूलाल मरांडी भूत के साये में चल रहे हैं. इसके कारण पूरा संगठन भूत बंगला बन गया है. कहा : कांग्रेस के साथ बाबूलाल ने गंठबंधन तोड़ कर भारी भूल की. वहीं लोकसभा चुनाव में भाजपा के साथ गंठबंधन करने की बातचीत की गयी, लेकिन गोड्डा लोक सभा क्षेत्र को लेकर गंठबंधन नहीं हो पाया. श्री भुइयां ने कहा : प्रदीप यादव के कारण पार्टी बर्बाद हो रही है. इसके कारण सभी ने जेवीएम को छोड़ने का फैसला लिया है.
राज्य की स्थिति बदतर : विधायक निर्भय शाहाबादी ने कहा : राज्य की स्थिति काफी बदतर है. सरकार की ओर से काफी घोषणा तो की जाती है. लेकिन योजना व कार्यक्रम चलाने के लिए राशि आवंटित नहीं की जाती है. पूरे राज्य में सुखाड़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. इस दिशा में कारगर कदम उठाने में राज्य सरकार विफल रही है. उन्होंने कहा : गंठबंधन की सरकार इस राज्य को रसातल में ले जाने का काम किया है. इस राज्य को बचाने के लिए स्थायी सरकार की जरूरत है. स्थायी सरकार भाजपा नेतृत्व में ही आ सकती है. राज्य हित में जेवीएम का भाजपा में विलय करने का फैसला लिया गया है.
आतंकराज से मुक्ति जरूरी
जमुआ विधायक चंद्रिका माहथा ने कहा : इस राज्य में आतंक राज बढ़ा है. विकास के नाम पर लूट-खसोट किया जा रहा है. गंठबंधन दल के नेतृत्व में आतंकराज से मुक्ति नही दिलायी जा सकती है. इस काम को भाजपा ही कर सकती है. इसलिए भाजपा में शामिल होने का फैसला लिया गया.
झारखंड में स्थायी सरकार जरूरी : केपी शर्मा
विक्षुब्ध गुट के अध्यक्ष प्रो केपी शर्मा ने कहा : राज्य को विकास पथ पर लाने के लिए स्थायी सरकार की जरूरत हैं. विकास के लिए कोई नेता आपस में नहीं लड़ते है. बल्कि निजी हित में हमेशा लड़ते आ रहे हैं.
ये थे मौजूद : विधायक जय प्रकाश भोक्ता, संजय चौबे, जुबील अहमद, चक्रधन शर्मा, अमर बाउरी, मंतोष पाठक, प्रमोद महतो, संजय प्रमाणिक, गुरूदास मोदक, गीता सिंह, अमर स्वर्णकार, संजय सिंह, कृपा शंकर मुखर्जी, प्रशांत जायसवाल आदि.