खोजे नहीं मिल रहे एसटी कोटे के विद्यार्थी, 40 अंक भी नहीं ला सके, खाली रहेंगी एमबीबीएस की 60 सीटें
रांची: हाइकोर्ट ने झारखंड के मेडिकल कॉलेजों में सत्र 2014-15 के लिए 350 सीटों पर नामांकन का आदेश दिया है, लेकिन 60 सीटें खाली ही रह जायेंगी. मेडिकल कॉलेजों में ये खाली सीटें एसटी कोटे की हैं. झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा परिषद द्वारा ली गयी परीक्षा में 16 छात्र ही पात्र पाये गये हैं. […]
रांची: हाइकोर्ट ने झारखंड के मेडिकल कॉलेजों में सत्र 2014-15 के लिए 350 सीटों पर नामांकन का आदेश दिया है, लेकिन 60 सीटें खाली ही रह जायेंगी. मेडिकल कॉलेजों में ये खाली सीटें एसटी कोटे की हैं. झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा परिषद द्वारा ली गयी परीक्षा में 16 छात्र ही पात्र पाये गये हैं.
सफल विद्यार्थियों का नामांकन रिम्स में हो गया है. अन्य सीटों का क्या होगा, इस पर स्वास्थ्य विभाग का कोई अधिकारी बयान देने से परहेज कर रहा है. गौरतलब है कि इन मेडिकल कॉलेजों में संसाधन की खामियों के कारण एमसीआइ ने सीट घटाने की घोषणा की थी. इसके विरोध में मेडिकल विद्यार्थियों ने लगातार अनशन आंदोलन भी किया था. हाइकोर्ट ने मेडिकल की पूर्व की बढ़ी सीटों को बरकरार रखा है. साथ ही राज्य के तीन मेडिकल कॉलेजों, रिम्स, एमजीएम व पीएमसीएच में बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने का निर्देश भी दिया है.
नहीं मिल रहे हैं विद्यार्थी
राज्य में एसटी के विद्यार्थी खोजने से भी नहीं मिल रहे है. राज्य के मेडिकल कॉलेजों में विद्यार्थियों का इंतजार किया जा रहा है, लेकिन विद्यार्थी नामांकन के लिए नहीं आ रहे हैं. रिम्स की 32 सीटों में से अभी तक मात्र 16 विद्यार्थियों का नामांकन हुआ है. वहीं एमजीएम एवं पीएमसीएच की 22-22 सीटों पर अभी तक एक भी विद्यार्थी का नामांकन नहीं हुआ है.
16 विद्यार्थी ही 120 में 40 नंबर ला पाये हैं
झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा परिषद ने एसटी के विद्यार्थियों के लिए कट मार्क्स 40 निर्धारित किया है. विद्यार्थियों को 120 नंबर में मात्र 40 नंबर लाना है. जानकारी के अनुसार राज्य के 16 विद्यार्थी ही 40 नंबर ला पाये है. अन्य विद्यार्थियों को इससे कम नंबर मिला है. इससे वे नामांकन के योग्य नहीं पाये गये हैं.
अगर विद्यार्थी निर्धारित नंबर नहीं ला पाये हैं, तो इसमें हम क्या करे. निर्धारित नंबर को तो कम नहीं किया जा सकता. इस विषय पर ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता है.
डॉ बीके मिश्र, संयुक्त सचिव स्वास्थ्य विभाग
डॉ बीके मिश्र, संयुक्त सचिव स्वास्थ्य विभाग