राज्य गठन के बाद ही हालत ज्यादा खराब हुई: हेमंत सोरेन
रांची / गुवा: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि राज्य गठन के बाद से झारखंड की हालत पहले से ज्यादा खराब हुई है, पहले लोग एक दूसरे को सम्मान देते थे पर आज राजनीतिक माध्यमों से एक-दूसरे को कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा है. मुख्यमंत्री गुवा गोली कांड के 11 शहीदों को […]
रांची / गुवा: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि राज्य गठन के बाद से झारखंड की हालत पहले से ज्यादा खराब हुई है, पहले लोग एक दूसरे को सम्मान देते थे पर आज राजनीतिक माध्यमों से एक-दूसरे को कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा है. मुख्यमंत्री गुवा गोली कांड के 11 शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे.
मुख्यमंत्री ने पश्चिमी सिंहभूम के गुवा में विकास न होने के लिए विपक्ष की सरकारों पर निशाना साधा. कहा कि गोलियां खाने के बाद भी यहां के हालत नहीं बदले. सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली के क्षेत्र में कोई काम जमीन पर नहीं दिख रहा है. यहां के लोगों के पैरों में चप्पल और तन पर कपड़े तक नहीं है.
खनन कंपनियों ने काफी नियम तोड़े
मुख्यमंत्री ने कहा कि सेल यहां वर्षो से कार्यरत थी, क्या वह गोलीकांड के शहीदों के परिवारवालों को नौकरी नहीं दे सकती थी? सेल, टाटा जैसी कंपनियां लोगों की छंटनी कर रही है, अपने काम स्वयं नहीं करके ठेका व्यवस्था ला रही है ताकि वे जिम्मेवारी से बच सके. झामुमो सरकार इस बात को बरदाश्त नहीं करेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने खदाने नहीं बंद की, पूर्व में जो गलत कार्य किये गये वह इसका नतीजा है. खनन कंपनियों ने काफी नियम तोड़े हैं. हेमंत सोरेन ने कहा कि खदान पर हमारी ओर से कोई आपत्ति नहीं है. हमने काफी कोशिश की है कि यह चले, उसी की बदौलत खदानों में खनन अब तक चलता रहा है.
हेमंत सोरेन ने कहा कि अगर किसी कारणवश कोयले पर संकट आया तो समूचा देश अंधकार में डूब जायेगा. उन्होंने कहा कि हमारे हाथ में कुछ नहीं है, सारी शक्तियां केंद्र के पास है.
योगेंद्र का मुद्दा राजनीतिक मोदी इफेक्ट खत्म
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंत्री योगेंद्र साव को लेकर चल रहे घटनाक्रम को राजनीतिक एजेंडा करार दिया. मुख्यमंत्री ने कि सरकार इस मामले में गंभीर है और सही समय पर सही निर्णय लिया जायेगा. उन्होंने कहा कि झारखंड में कोई मोदी लहर नहीं थी, मोदी के अच्छे दिन लाने वाली बात भी झूठी निकली. चारों तरफ महंगाई है. अच्छे दिन सिर्फ भाजपा के आये.
सिर्फ खनिज से नहीं हो सकता विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिर्फ खनिज से विकास संभव नहीं है. राज्य के खनिज ही अभिशाप बनते जा रहे हैं. जहां खदान खुलती है, वहां नक्सली पनप जाते हैं. उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या जिन राज्यों में खनिज नहीं है, वहां विकास नहीं हुआ? यहां कई कंपनियां काम कर रही हैं.
पूरे विश्व की नजर सारंडा की खनिज संपदा पर
सारंडा का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि समूचे विश्व की नजर सारंडा पर टिकी है. यहां की खनिज संपदा पर निगाह गड़ाये हैं. लेकिन झामुमो ऐसा नहीं होने देगी. यहां कंपनी खोलनी है तो पहले यह बतायें कि आप यहां के लोगों के लिए क्या कर रहे हैं? उचित जानकारी पाकर ही कंपनी खोलने की इजाजत दी जायेगी.
मजदूर नहीं दिखा सके काला झंडा
प्रशासन की सख्ती के कारण मजदूर सीएम को काला झंडा नहीं दिखा सके. खदान बंदी के कारण आक्र ोशित मजदूरों ने मुख्यमंत्री को काला झंडा दिखाने का आह्वान किया था.