रांची: ईस्ट जेल रोड स्थित रतन सिंह रोड निवासी व्यवसायी पवन अग्रवाल (60वर्ष) पर गुरुवार की रात करीब आठ बजे अपराधियों ने तीन राउंड फायरिंग की. फायरिंग में एक गोली उनके हाथ में लगी, जबकि दो गोली सीने में लगी.
घटना के बाद बाइक पर सवार अपराधी वहां से फरार हो गये. घटना उस वक्त घटी, जब वह अपर बाजार स्थित पीपी ट्रेडर्स से काम निबटाने के बाद स्कूटर से अपने आवास पहुंचे थे.
वह अपने गेट के पास हॉर्न बजा रहे थे, तभी अपराधियों ने उन पर हमला बोला. बाद में आनन-फानन में परिजन उन्हें लेकर सेंटेविटा अस्पताल पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इधर, घटना के बाद सिटी एसपी अनूप बिरथरे समेत अन्य पुलिस अधिकारी वहां पहुंचे और छानबीन शुरू की.
परिजनों के किया अस्पताल में हंगामा
पवन अग्रवाल की मौत पर अस्पताल पहुंचे परिजनों ने वहां जम कर हंगामा किया. पुत्र दीपक अग्रवाल और सुशील अग्रवाल अस्पताल प्रबंधन पर सिटी एसपी अनूप बिरथरे के सामने आरोप लगा रहे थे कि वे अपने पिता को लेकर 8.30 बजे अस्पताल पहुंच गये थे. तब तक उनके पिता जीवित थे, लेकिन उनके पिता को गाड़ी से उतार कर अस्पताल के अंदर ले जाने और इलाज करने को कोई तैयार नहीं था. अस्पताल के लोग कहने लगे कि जब तक पुलिस नहीं आती तब तक इलाज संभव नहीं है. जब तक पुलिस पहुंची, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी. हंगामा कर रहे परिजनों को किसी तरह सिटी एसपी ने शांत कराया. हालांकि अस्पताल प्रबंधन का कहना था कि अस्पताल पहुंचने से पहले उनकी मौत हो चुकी थी.