राजद का बागी तेवर : कांग्रेस-झामुमो से बढ़ रही है दूरी बढ़ सकती है झाविमो से करीबी

रांची: राजद ने प्रदेश में गंठबंधन पर जल्द से जल्द फैसला करने का दबाव बनाया है. राजद नेताओं ने कांग्रेस-झामुमो को बयानबाजी छोड़ कर गंठबंधन का फॉमरूला तय करने को कहा है. कांग्रेस-झामुमो के बीच गंठबंधन पर बात भी हुई है. राजद अपने को दरकिनार किये जाने से खफा है. यह बात राजद सुप्रीमो लालू […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 11, 2014 12:42 AM

रांची: राजद ने प्रदेश में गंठबंधन पर जल्द से जल्द फैसला करने का दबाव बनाया है. राजद नेताओं ने कांग्रेस-झामुमो को बयानबाजी छोड़ कर गंठबंधन का फॉमरूला तय करने को कहा है.

कांग्रेस-झामुमो के बीच गंठबंधन पर बात भी हुई है. राजद अपने को दरकिनार किये जाने से खफा है. यह बात राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद तक पहुंची है. इसके बाद राजद नेताओं ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कांग्रेस के राजेंद्र प्रसाद सिंह से मिल कर अल्टीमेटम दे दिया है.

इससे राज्य की राजनीति में नये समीकरण भी बन सकते हैं. राजद ने अपना दूसरा पत्ता भी चला है. प्रदेश के नेताओं की झाविमो से भी बात हुई है. आनेवाले दिनों में झाविमो-राजद के बीच नजदीकियां बढ़ सकती है.

लालू से मिल चुके हैं प्रदीप

झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से भेंट की है. दोनों नेताओं के बीच राजनीतिक परिस्थिति पर चर्चा भी हुई थी. लालू प्रसाद ने यूपीए फोल्डर में झाविमो को शामिल किये जाने की इच्छा भी जतायी थी. हालांकि इस दिशा में बात नहीं बढ़ी. इधर राजद के कुछ नेताओं ने भी झाविमो से संपर्क साधा है. नयी परिस्थितियों पर चर्चा हो रही है. राजद के कई नेता झामुमो की जगह झाविमो को प्राथमिकता दे रहे हैं.

झामुमो-कांग्रेस से गंठबंधन की आस में हम बैठे नहीं रह सकते

गंठबंधन में देरी नहीं होनी चाहिए. इससे अच्छा संदेश नहीं जा रहा है. हमने झामुमो-कांग्रेस के नेताओं से साफ कहा है कि जो करना है, जल्द करें. झाविमो को लेकर अभी कोई बात नहीं हुई है. फिलहाल कांग्रेस के साथ हमारा नेचुरल एलायंस है. हम इस गंठबंधन को स्वीकार कर चुके हैं. लेकिन यह हमारी मजबूरी भी नहीं है. गंठबंधन की आस में हम बैठे नहीं रह सकते.

गिरिनाथ सिंह, प्रदेश अध्यक्ष राजद

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