लापुंग के हुसलू में पिता की आंखों के सामने पीएलएफआइ उग्रवादियों ने युवक का गला रेता, खौफ
रांची: लापुंग थाना क्षेत्र के हुलसू गांव में पीएलएफआइ के उग्रवादियों ने रविवार की अहले सुबह सुदेश साहू (25 वर्ष) नामक युवक की पिता के सामने गला रेत कर हत्या कर दी. हथियारों से लैस सभी उग्रवादी कर्रा के बक्सपुर की ओर से 10 बाइक पर सवार होकर गांव पहुंचे थे. घटना को अंजाम देने […]
रांची: लापुंग थाना क्षेत्र के हुलसू गांव में पीएलएफआइ के उग्रवादियों ने रविवार की अहले सुबह सुदेश साहू (25 वर्ष) नामक युवक की पिता के सामने गला रेत कर हत्या कर दी.
हथियारों से लैस सभी उग्रवादी कर्रा के बक्सपुर की ओर से 10 बाइक पर सवार होकर गांव पहुंचे थे. घटना को अंजाम देने के बाद सभी उग्रवादी उसी रास्ते से वापस चले गये. इधर, घटना को लेकर मृतक के पिता धिकेश्वर साहू ने लापुंग थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया है, जबकि घटनास्थल के पास से हत्या में प्रयुक्त धारदार हथियार बरामद कर लिया है. इधर, पुलिस ने उग्रवादियों की धर-पकड़ के लिए छापेमारी तेज कर दी है. देर रात तक उग्रवादियों का कोई सुराग नहीं मिल पाया था.
खेत से दूर सड़क ले गये, फिर किया हमला
लापुंग थाना प्रभारी संत मान तमांग के अनुसार सुदेश साहू रविवार की सुबह अपने पिता के साथ बैंगन के खेत में काम कर रहा था. उसी समय 15-20 उग्रवादियों ने वहां धावा बोला. उग्रवादियों ने उसे चारों तरफ से घेर लिया. उसके बाद उसके पिता को वहां से भगा दिया. बाद में सुदेश को खेत से आधा किलोमीटर दूर पक्की सड़क पर ले जाया गया. उसके बाद उसकी तेज धारदार हथियार से गला काट कर हत्या कर दी गयी. दूर खड़े उसके पिता विवश होकर सब कुछ देख रहे थे. हत्या के बाद सुदेश के पिता भागते हुए गांव आये और पुलिस को घटना की सूचना दी. सूचना मिलने के बाद डीएसपी व लापुंग थानेदार घटनास्थल पर पहुंचे और छानबीन शुरू की. इधर, बताया जाता है कि घटना को अंजाम पीएलएफआइ के तिलकेश्वर उर्फ राजेश के ग्रुप ने दिया है. इधर, घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है.
मुखबिरी का था शक
छानबीन में पुलिस को पता चला है कि छह माह पहले गणोश साहू की हत्या हुई थी. बताया जाता है कि सुदेश पर मुखबिरी का आरोप था. कुछ दिन पहले गणोश साहू ममता वाहन लेकर अपने पुत्री की इलाज के लिए गया था, उसी दौरान गणोश की हत्या हुई थी. उग्रवादियों को शक था कि हत्याकांड में सुदेश साहू का हाथ है.